मौसम का बदला हुआ मिजाज लोगों को बीमार बनाने लगा है. मौसम के बदले रुख की वजह से जहां एम्स और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में पेशेंट बढ़े हैं. वहीं जिला अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में भी मरीजों की भरमार है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। डेंगू, मलेरिया के अतिरिक्त हाई गे्रड फीवर भी गोरखपुराइट्स को चपेट में लिए है। मलेरिया विभाग के आंकड़ों की मानें तो जिले में इस सीजन में नौ डेंगू के केस सामने आ चुके हैैं। हालांकि, हेल्थ डिपार्टमेंट का दावा है कि इन सभी बीमारियों के इलाज के लिए तैयारी पूरी है। डेंगू का जारी है डंक ईस्ट यूपी की सबसे खराब बीमारी माने जाने वाली जेई-एई के जहां 2017 में 816 केस मिले थे। इस पीरियड में डेंगू के 11 केस सामने आए। जबकि जेई पॉजिटिव 52 व मलेरिया के 41 केस मिले। 2022 में 127 लोगों में जेई-एईएस की पुष्टि हुई। डेंगू के 318 केस सामने आए। मलेरिया के भी 35 केस मिले। जनवरी 2023 से अब तक मात्र डेंगू के नौ केस सामने आए हैं। ईयर - जेई-एई -जेई पॉजिटिव - मलेरिया - कालाजार डेंगू


2017 816 52 25 41 11

2018 435 35 5 23 252019 262 35 11 29 1142020 227 13 01 12 092021 240 12 11 83 672022 127 07 00 35 3182023 00 00 00 00 09

(नोट: 2023 के आंकड़े 11 अगस्त तक के हैं.)2023 0 2 2 0(नोट: 2023 के आंकड़े 11 अगस्त तक के हैं.)


डेंगू के दो केस मिले, संख्या पहुंची नौ जिले में डेंगू के दो मरीज मिले हैं। उनका इलाज चल रहा है। जिले के चार अन्य लोग जो जिले से बाहर रहते हैं, संक्रमित हो चुके हैं। इस तरह जिले के नौ लोग अब तक संक्रमित हो चुके हैँ। बचाव के लिए मलेरिया विभाग की टीम एक्टिव हो गई है। एंटी लार्वा का छिड़काव बरसात का मौसम चल रहा है। जगह-जगह जलभराव की स्थिति है। जलभराव वाले स्थानों पर ही मच्छर पनपते हैं। ऐसे में डेंगू के मरीज मिलने शुरू हो गए हैं। एडीज मच्छर डेंगू के वायरस की एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में पहुंचाते हैं। इसकी आशंका को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट एक्टिव हो गया है। जलभराव वाले स्थानों पर एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है। जिला मलेरिया नियंत्रण अधिकारी अंगद सिंह ने बताया, 2927 स्थानों पर सोर्स रिडकशन किया जा चुका है। 2953 लोगों की डेंगू की जांच की जा चुकी है। इसमें 2671 की रैपिड व 282 की एलाइजा जांच हुई है।
घरों और आसपास साफ-सफाई के साथ पूरे आस्तीन के कपड़े पहनें, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें और मच्छरों के प्रजनन स्थल को नष्ट कर दें तो डेंगू का संक्रमण फैल नहीं सकता है। सावधानी ही बचाव है। डॉ। आशुतोष कुमार दुबे। सीएमओ मंडल में जेई से ग्रसित पेशेंट वर्ष गोरखपुर देवरिया कुशीनगर महराजगंज2019 35 31 26 442020 13 12 21 62021 12 28 28 122022 17 12 9 12 Posted By: Inextlive