Gorakhpur News : बीमार पड़ रहे बच्चे, स्कूलों ने दिया पेरेंट्स को डायरेक्शन
गोरखपुर (ब्यूरो)।ऐसे में स्कूल प्रबंधन ने भी पेरेंट्स से अपील की है कि बच्चों को वीकनेस या फीवर फील होने पर स्कूल कतई ना भेंजे। वहीं डायटीशियन ने भी भीषण गर्मी को देखते हुए पेरेंट्स को एडवाइज दी है कि वह बच्चों के लंच को गरम रखने के लिए एल्युमिनियम फॉयल का इस्तेमाल कतई ना करें। गरम खाने में एल्युमिनियम फॉयल लपेटने पर उसका निकलने वाला केमिकल बच्चों को बीमार बना सकता है। बच्चे हो रहे डिहाईड्रेशन के शिकार
स्कूल प्रबंधन की मानें तो गरमी बढ़ते ही बच्चे डिहाईड्रेशन के शिकार हो रहे हैं। स्कूल में ग्लूकोज से लगाए पीने के पानी का उचित इंतजाम किया गया है। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि आए दिन क्लासेज में बच्चों को पेट दर्द, वॉमेटिंग और चक्कर आने की शिकायत हो रही है। जिसकी सूचना उनके पेरेंट्स को देकर उन्हें घर जाने की छुट्टी दी जाती है। ऐसे समय में पेरेंट्स को भी बच्चों पर ध्यान देना होगा कि वे कुछ भी ऐसा ना खाएं जो उन्हें गर्मी में नुकसान पहुंचा सकता है। बच्चों को दें बीपीए फ्री लंच बॉक्स
डायटीशियन ने बताया कि स्कूल मेें हर बच्चा घर से लंच लेकर जाता है। लंच करीब दो से तीन घंटे तक बॉक्स में ही बंद रहता है। ऐसे में पेरेंट्स को ये ध्यान देना होगा कि वह प्रयास करें कि उनका बच्चा स्टील का लंच बॉक्स ले जाए। इसके अलावा अगर वो प्लास्टिक का लंच बॉक्स और पानी की बोतल यूज कर रहे हैं तो ये जरूर ध्यान दें कि वह बाईस्फिनॉल ए (बीपीए) फ्री हो। डायटीशियन का कहना है कि गर्मी को देखते हुए पेरेंटस के लिए जरूरी है कि वह बच्चों को पानी खूब पिलाएं। डेली बच्चों की पानी की बोतल में भी उसके पसंदीदा फ्लेवर का ओआरएस घोल मिलाएं। कुछ जरूरी टिप्स-बच्चों के टिफिन में दही भी दे सकते हैं, ये शरीर का ठंडा और पाचन तंत्र मजबूत करता है।- बच्चों के लंच बॉक्स में सत्तू का पराठा और आम पुदीना की चटनी भी दे सकते हैं। इससे शरीर ठंडा रहता है और लू भी नहीं लगती है।- बच्चों को जूस, नींबू पानी, आम पन्ना भी दे सकते हैं। इससे शरीर में तुंरत एनर्जी मिलती है।- स्टील का लंच बॉक्स यूज करने की कोशिश करें।- बीपीए फ्री होना चाहिए प्लास्टिक का लंच बॉक्स
घर पर पेरेंट्स ध्यान दें कि बच्चा अगर कमजोरी महसूस कर रहा हो तो उसे स्कूल ना भेजे। स्कूल में बच्चों के लिए ग्लूकोज से लगाए सारे गर्मी से निपटने का इंतजाम है। इधर गर्मी बढ़ी है तो क्लासेज में बच्चे के बीमार पडऩे के मामले भी आ रहे हैं।अजय शाही, डायरेक्टर, आरपीएम एकेडमीपेरेंट्स को बताया जा रहा है कि वे बच्चे का ध्यान दें। बच्चे का लंच बॉक्स में भी ऐसा ही कुछ रखें जो उसकी सेहत के लिए लाभप्रद हो। गर्मी से बच्चों को बचाना है तो पेरेंट्स को ध्यान देना होगा। राजीव गुप्ता, डायरेक्टर, स्टेपिंग स्टोन इंटर कॉलेजबच्चों को दही और सत्तू का सेवन कराएं। उनके लंच बॉक्स में भी इससे जुड़ा कुछ बनाकर दें। इसके अलावा भी आप बच्चों को पानी पिलाने पर जोर दें। पानी की कमी से उन्हें डी हाइड्रेशन भी हो सकता है। डॉ। श्रेया कुशवाहा, डायटीशियनपेरेंट्स बच्चे का लंच बॉक्स स्टील का यूज करें। खाने को एन्युमिनियम फाइल से कतई ना लपेंटे। इससे निकलने वाला केमिकल बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। पानी की बोतल में ओआरएस घोल मिलाकर दें। डॉ। नेहा प्रसाद, डायटीशियन