- BRD मेडिकल कॉलेज में तीमारदारों की पिटाई की जांच में रोड़ा

- जूनियर डॉक्टरों पर है गुंडागर्दी करने का आरोप, तीन घंटे की फुटेज ही गायब

GORAKHPUR:

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों पर तीमारदारों की पिटाई की जांच में अब नया मामला सामने आया है। करतूत उजागर न हो इसलिए तीन घंटे की फुटेज ही गायब कर दी गई है। इसी दौरान बीआरडी में खुलकर गुंडई हुई थी। इस कारण मेडिकल कॉलेज प्रशासन की चार सदस्यीय जांच टीम गठित की। लेकिन अभी तक जांच पूरी नहीं हो पाई है। उधर, कैम्पस के दोषियों पर कैम्पस ही ही टीम कभी निष्पक्ष जांच करेगी ही नहीं। दोषियों को बचाने के लिए खेल चल रहा है।

यह है मामला

कुशीनगर जिले के दुबौली की रहने वाली खुशबुलनिशा को सिर में चोट लगने के बाद फैमिली मेंबर्स ने बीआरडी में ट्रामा सेंटर के इमरजेंसी में एडमिट करवाया था। 7 नंबर को ड्रिप खत्म होने पर मरीज का बेटा डॉक्टर्स के पास पहुंचा और ड्रिप लगाने की बात कहीं थी। डॉक्टर मरीज के पास पहुंचे। तभी वहां मौजूद एक अन्य तीमारदार मंजूर अली ने इलाज में लापरवाही की शिकायत की तो विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि जूनियर डॉक्टर्स ने तीमारदार व मरीज को पीटना शुरू कर दिया। मरीज के बेटे ने बीच-बचाव की कोशिश की लेकिन उसकी भी पिटाई कर दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने भी तीमारदारों के हिमायतियों को ही निशाना बनाया। इसके बाद पूरे प्रकरण की जांच के लिए प्रिंसिपल के आदेश पर चार सदस्यीय टीम गठित कर दी गई लेकिन जांच अभी तक पूरी नहीं हो पाई है।

उठ रहे सवाल

- क्या मेडिकल कॉलेज प्रशासन जूनियर डॉक्टर्स की करतूत छुपाने में लगा है?

- जिस समय घटना हुई, उस समय जिम्मेदार कहां थे?

- फुटेज किसने गायब किए?

- एक हफ्ता बाद भी जांच रिपोर्ट क्यों नहीं सौंपी गई?

वर्जन

मामले की जांच करने वाली चार सदस्यीय टीम ने रिपोर्ट नहीं सौंपी है। जहां तक सीसी टीवी फुटेज का सवाल है तो उसके हार्ड डिस्क की जांच कराई जाएगी।

डॉ। एके श्रीवास्तव, एसआईसी

Posted By: Inextlive