केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई ने स्टूडेंट के बीच पढऩे की आदतों को सुविधाजनक बनाने और उन्हें मोटीवेट करने के लिए एक जीवंत सीखने का माहौल बनाने के लिए एक्टिविटी सीरीज शुरू की है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।सीबीएसई रीडिंग मिशन के तहत स्टूडेंट को उनकी इंटर्नल क्रिएटिविटी को मोटीवेट करने और कहानी कहने की आर्ट सीखने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस प्रोग्राम के तहत, स्टूडेंट को अपनी कल्पना और विचारों को व्यक्त करने का मौका मिलेगा, साथ ही उनके वर्क को पब्लिश भी किया जाएगा। दो लेवल पर कॉम्प्टीशनसीबीएसई नवोदित लेखक प्रोग्राम में दो चरणों वाला कार्यक्रम शामिल है। पहले चरण का प्रोग्राम स्कूल स्तर पर ऑर्गनाइज किया जाएगा, जो 30 नवंबर तक चलेगा। कॉम्प्टीशन पूरा होने के बाद स्कूल निर्धारित दिशा निर्देशों का पालन करते हुए हर कैटेगरी में दो स्टूडेंट का मूल्यांकन कर उन्हें शॉर्टलिस्ट करेंगे। कहानियां अंग्रेजी या हिंदी भाषा में लिखी जा सकती हैं। ऑनलाइन होगा दूसरा फेज


कॉम्प्टीशन का दूसरा फेज ऑनलाइन होगा। इसके लिए स्कूलों को सीबीएसई एकेडमिक्स की वेबसाइट पर दिए गए लिंक पर हर कैटेगरी के 2 विनर्स को शॉर्टलिस्ट करना होगा। स्कूल हर कैटेगरी में अधिकतम छह स्टूडेंट का ही रजिस्ट्रेशन कर सकता है। हर स्टूडेंट को एक यूनीक लॉगिन आईडी और पासवर्ड प्राप्त होगा, जिसका उपयोग वे अपना असाइनमेंट जमा करने के लिए कर सकते हैं। 15 जनवरी तक, स्टूडेंट के पास अपनी कहानियां लिखने, निखारने और प्रस्तुत करने का समय होगा। कहानियों के लिए शब्द की लंबाई

कहानियों की प्रविष्टियां निम्नलिखित तीन श्रेणियों में दोनों भाषाओं (अंग्रेजी और हिंदी) में प्रस्तुत की जा सकती हैंक्लास 5-6 - 500- 600 शब्दक्लास 7-8 - 600- 900 शब्दक्लास 9-10 - 1000-1500 शब्दशॉर्टलिस्ट की गई प्रविष्टियों को संपादकीय समर्थन मिलेगाबोर्ड की ओर से शेयर की गई जानकारी के अनुसार, दूसरे चरण में भाग लेने वाले सभी लोगों को स्कूल की ईमेल आईडी पर पार्टिसिपेशन का ऑनलाइन सर्टिफिकेट मिलेगा। दूसरे चरण में स्टूडेंट्स की ओर से भेजी गई एंट्री का मूल्यांकन एक्सपट्र्स का एक पैनल करेगा। दूसरे चरण के लिए चयनित स्टूडेंट को अपना काम पूरा करने के लिए संपादन सहायता प्राप्त होगी। सीबीएसई राष्ट्रीय स्तर पर चयनित सर्वश्रेष्ठ कहानियों को प्रत्येक श्रेणी के लिए लघु कथाओं के संग्रह के रूप में प्रकाशित करेगा।सीबीएसई के इस प्रोग्राम से स्टूडेंट को एक ऐसा मंच मिलेगा, जहां पर वह अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे। उनके हुनर का डंका दूर-दूर तक बजेगा। ऐसे प्रोग्राम से स्टूडेंट प्रोत्साहित होते हैं।- अजय शाही, अध्यक्ष, स्कूल एसोसिएशन गोरखपुर

Posted By: Inextlive