नहीं होगा रटना, होगी सिर्फ पढ़ाई
- सीबीएसई बोर्ड ने 9वीं और 11वीं के लिए जारी किया ओपन टेक्स्ट मैटेरियल
- परीक्षा में पूछे जाएंगे इसमें से 10 नंबर के सवाल - स्टूडेंट्स को रटने से मिलेगी राहत, निखरेगी प्रतिभा GORAKHPUR: सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध स्कूल्स के 9वीं और 11वीं के स्टूडेंट्स के लिए गुड न्यूज है। अब उन्हें अपने सब्जेक्ट्स को रटने से थोड़ी राहत मिलने वाली है। सीबीएसई ने स्टूडेंट्स को रटने की पढ़ाई से राहत देने की नई कवायद शुरू की है। इसके लिए बोर्ड 'ओपन टेक्स्ट बेस्ड असेसमेंट' लाने की तैयारी में है। इसके तहत तय सब्जेक्ट्स के लिए रेग्युलर सिलेबस के अतिरिक्त स्पेशल स्टडी मैटेरियल लाया जाएगा जो लॉजिक बेस्ड होगा। यानि कि स्टूडेंट्स को रट कर नहीं बल्कि सोच कर इसके जवाब देने होंगे। परीक्षाओं में रेग्युलर क्वेशचंस के अलावा इसमें से 10 नंबर के सवाल पूछे जाएंगे। एग्जाम में भी शामिलसीबीएसई बोर्ड ने 9वीं और 11वीं के लिए ओपन टेक्स्ट मैटेरियल जारी कर दिया है। समेटिव असेसमेंट दो के लिए जारी किया गया है। परीक्षाओं में दस अंकों के प्रश्न इसी में से पूछे जाएंगे। इसका महत्व इसलिए अधिक है क्योंकि इसकी पाठ्य सामग्री सामान्य सिलेबस से अलग है।
अटपटा लेकिन इंट्रेस्टिंगजूलॉजी सबजेक्ट के स्टडी मैटेरियल में बताया गया है कि पहले मृत्यु अचानक होने वाली घटना थी, लेकिन अब यह देर में अस्पताल में होती है। इसके अलावा मृत्यु होने के तरीकों में क्या अंतर आया है। इस तरह की जानकारी दी गई है। पढ़ने में भले ही ये अटपटा लग रहा हो लेकिन यह विषय रुचिकर व समझने वाला है। इसमें कहा गया है कि पहले मृत्यु के कारण और अब के कारणों में अंतर है। जूलॉजी के अलावा अन्य सबजेक्ट्स में भी दिलचस्प पाठ्यक्रम सामग्री को रखा गया है।
इन सबजेक्ट्स के स्टडी मैटेरियल जारी इसके तहत 9वीं के हिंदी, मैथ, साइंस, सोशल साइंस सबजेक्ट्स की सामग्री तैयार की गई है। इसी तरह 11वीं में जूलॉजी, अर्थशास्त्र व भूगोल को रखा गया है। खास बात यह है कि इस सामग्री को हिंदी व इंग्लिश दोनों लैंग्वेज में रखा गया है। वर्जन ओटीबीए के जरिए हाई पावर थिंकिंग स्किल को बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। विषय ऐसा होगा जिसमें स्टूडेंट्स को सोचकर जवाब देना होगा। इस प्रकार की व्यवस्था से स्टूडेंट्स को लाभ मिलेगा। - मीना अधमी, को-ऑर्डिनेटर, सीबीएसई बोर्ड