गोरखपुर. दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में सीबीसीएस पैटर्न का विरोध मंगलवार को भी जारी रहा. पूरे दिन स्टूडेंट्स ने अपनी मांगो को लेकर प्रदर्शन किया. डीडीयूजीयू का कन्वोकेशन प्रोग्राम बुधवार को होने से कयास लगाए जा रहे थे कि स्टूडेंट्स और यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का गतिरोध मंगलवार को खत्म हो जाएगा लेकिन दिनभर स्टूडेंट्स धरने पर बैठे रहे.


गोरखपुर (ब्यूरो)। धरने पर बैठे छात्र प्रमोट करने की मांग कर रहे थे। साथ ही धरना करने वाले स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन पर साल बर्बाद करने का आरोप लगाया। जबकि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन धरने पर बैठे स्टूडेंट्स की डिमांड बढ़ती जा रही हैं।


शुक्रवार से धरने पर बैठे गोरखपुर यूनिवर्सिटी के प्री-पीएचडी 2018-19 बैच के स्टूडेंट्स का धरना मंगलवार को भी जारी रहा। यह स्टूडेंट्स पिछले 128 घंटे से यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर प्रमोट करने की मांग को लेकर डटे हुए हैं। हांलाकि यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से चार से पांच बार इन स्टूडेंट्स से बातचीत की गई, लेकिन बात नहीं बन सकी। धरने पर बैठे स्टूडेंट्स ने बताया कि मंगलवार को यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन और जिला प्रशासन की ओर से कोई जिम्मेदार स्टूूडेंट्स से मिलने नहीं पहुंचा। मंगलवार को देर रात तक यह स्टूडेंट्स धरने पर बैठे थे। धरने में बैठे स्टूडेंट्स में दर्जनों छात्राएं भी शामिल हैं। बातचीत में भावुक हुए स्टूडेंट

मंगलवार रात दस बजे दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम जब धरने पर बैठे से छात्रों से बात करने पहुंची तो यहां बैठी छात्राएं फफक पड़ीं। उनका कहना था, हमारा तीन साल बर्बाद हो गया इसका जिम्मेदार कौन, ऐसे में अब हमारी एग्जाम को दूसरे पैटर्न के आधार यूनिवसिटी कराने जा रही है। उन्होंने बताया कि इसके लिए रजिस्टे्रशन भी कराया जा रहा है। हम लोग धरने पर बैठने को मजबूर हैं।धरना समाप्त करवाना चाहता है प्रशासनप्रशासन की सतर्कता पर सवाल खड़ा करते हुए शोध छात्र मंदीप कुमार ने कहा, यूनिवर्सिटी और जिला प्रशासन को हमारी मांगों और हमारे भविष्य की चिंता बिल्कुल भी नहीं हैं। उन्हें केवल चिंता बुधवार को होने वाले दीक्षांत समारोह की है, जिसमें गवर्नर शामिल होंगी। प्रशासन किसी भी तरह से कन्वोकेशन के पहले हमारे धरने को समाप्त करना चाहता है। उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह को ध्यान में रखकर 12 दिसंबर की देर रात तक धरना समाप्त करने की कोशिश की गई। लेकिन लिखित आश्वासन की मांग पूरा नहीं किया गया।स्टूडेंट बोले- हमें धमकाया जा रहा

राज्यपाल के प्रोग्राम को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा की पूरी तैयारी जा रही है। इसी कड़ी में मंगलवार को डीडीयूजीयू के मेन गेट पर बैठे स्टूडेंट्स को शांतिपूर्वक धरने का निर्देश दिया गया। थाना कैंट से जारी की गई नोटिस में यह साफ किया गया है कि अगर स्टूडेंट्स कन्वोकेशन के दौरान किसी भी तरह से बाधा पहुंचाते हंै, तो उन पर विधिक कार्रवाई होगी। स्टूडेंट कमलकांत, दीप्ति, पिंकी, सोनी पाल, अंजनी, चंदा, ममता, निधि, ग्रीषमा आदि स्टूडेंट्स ने इस नोटिस पर कहा कि हमें धमकाया जा रहा है। कहा कि हमने शासन से सुरक्षा की मांग की है, ऐसा न होने पर धरना स्थगित कराने के लिए अराजक तत्व यहां आकर माहौल को बिगाड़ सकते हैं।वर्जन। धरने पर बैठे स्टूडेंट्स से चार से पांच बार बात की गई है। इनकी सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है, हर बार इन लोगों की मांगें बढ़ जा रही है। अभी भी छात्रों को समझाने की कोशिश की जा रही है।विशेश्वर प्रसाद, रजिस्ट्रार गोरखपुर यूनिवर्सिटी मेन गेट रहेगा बंद, वैकल्पिक रास्ते से होगी गवर्नर की एंट्रीइस साल के दीक्षांत समारोह में यूनिवर्सिटी का मेन गेट बंद रहेगा। मंगलवार देर रात मेन गेट से एंट्री प्वाइंट को विधिवत बांस बल्ली से बंद कर दिया गया। इस प्रकार गवर्नर आनंदीबेन पटेल की एंट्री भी वैकल्पिक रास्ते से होगी। बता दें, मेन गेट से एंट्री करने पर दो तरफ रास्ते निकलते हैं। इन दोनों रास्तों को रात 11 बजे बंद कर दिया गया। इस तरह धरने पर बैठे स्टूडेंट्स तीनों ओर से घिरे रहेंगे।

Posted By: Inextlive