आग का कहर, 30 घर जले
- कहीं ढिबरी गिरने से लगी आग तो कहीं कारण का पता नहीं
GORAKHPUR: जिले में गुरुवार को भी अगलगी की घटनाओं ने कहर ढाया। करीब आधा दर्जन जगहों पर लगी आग में घर से लेकर खेत तक धू-धूकर जले। अकेले उरुवा में 29 घर जल गए। ग्रामीणों के साथ फायर ब्रिगेड और पुलिस ने मिलकर आग बुझाया। बताया जाता है कि अगलगी की घटनाओं के पीछे सबसे अधिक लापरवाही जिम्मेदार रही। बेघर होते गए परिवारउरुवां क्षेत्र के अरांव जगदीश में दोपहर में लगी आग में एक-एक कर लोगों के घर जलते गए और परिवार बेघर होते गए। सबसे पहले आग सोना देवी के घर में लगी। पक्का मकान के अंदर रखा सारा सामान जल गई। 16 बकरियां जिंदा जल गई। आग ने पास ही स्थित रामकिशुन के घर को चपेट में ले लिया। इसके बाद एक-एक कर आग नजदीकी घरों को आगोश में लेती गई। रामहित, त्रिभुवन, विशुन, अमरजीत, ज्ञानी, लालमन, जितेन्द्र, जय सिंह, सूर्यभान, देवनारायण, बेचन, रामलाल, राज, अजय, मनोज, संयोग, विश्वनाथ, श्यामलाल, राजाराम, रामअशीष, नगीना देवी, राकेश, बासमति, सुभाष, धरम, रामदीन, खरभान, रणविजय कुल 29 लोगों के घर और उसमें रखे सामान जलकर खाक हो गए। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की मदद से करीब एक घंटे में आग पर काबू पाया जा सका लेकिन तब तक पूरा गांव साफ हो गया। सूचना मिलने पर राजस्व की टीम भी पहुंची। आसपास के जनप्रतिनिधि भी गांव में पहुंचकर अग्निपीडि़तों को अपने स्तर से मदद करने में लगे हुए हैं।
दीये की रोशनी से घर में अंधेरा सहजनवां क्षेत्र के सिहापार में बुधवार की रात में ढिबरी गिरने से आग लग गई। इससे घर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया। घर में रखे गेहूं, भूसा, अरहर, लकड़ी की आलमारी में रखे जेवर जल गए। जब आग लगी तब घर पर केवल महिलाएं ही थीं। पुरुष गांव में आई बारात में शामिल होने के लिए चले गए थे। आग देखकर महिलाओं ने शोर मचाया लेकिन बारात की शोर में उनकी आवाज लोग नहीं सुन पाए। जब आग बढ़ गई तब गांव और बारातियों ने मिलकर आग पर काबू पाया। इससे आग की चपेट में आने से दूसरे घर बच गए। दर्जनभर के अनाज जलेब्रह्मापुर के झंगहा थाना क्षेत्र के इटौवा में गेहूं के डंठल जलाने से आग लग गई। गांव के पश्चिम खेत में ठंडल की आग गांव में फैल गई। रामसमुझ यादव की गेहूं और भूसा रखी झोपड़ी जलकर राख हो गई। रामजी राय की बाइक जल गई। सुभास राय, दुलारे सहानी, शम्भू सहानी, ढोड़ई सहानी, जगदीश सहानी, लाल मोहन सहानी, अंगद कनौजिया, बैलास कनौजिया, हरिकेष कनौजिया, साकेत शर्मा, विंध्याचल, रामअधार, शरीफ अली, मेढ़नाद बहादुर, हरिद्वार, हरिनरायण, राज बहादुर, त्रिभुवन हरिजन, जिउत हरिजन आदि के घर में रखे अनाज आदि जलकर राख हो गए। मौके पर झंगहा थानाध्यक्ष चौरी चौरा जय प्रकाश विधायक आदि मौजूद रहे।
ग्रामीणों ने बचाया गांव बड़हलगंज क्षेत्र के मदरिया चौराहे पर किसी दुकानदार ने कूड़ा एकत्र कर उसमें आग लगा दी थी। पछुआ हवा से उड़कर आग मदरिया व्यापार मंडल के अध्यक्ष प्रभाकर दुबे की दुकान तक पहुंच गई। दुकान के बाहर रखे 600 पटरा, 300 बल्ली, ट्रक के 20 टायर जल गए। तुरंत ही तिवारीपुर, मटिहानी, मदरिया खैरपार, भटनिपार, ददरा देवकली बरईपार आदि गांव के लोग पहुंच गए और आग पर काबू पाया। इससे गांव के अंदर आग जाने से बच गई। कई किमी। में फैली आगदुकान की आग काबू में आ गई लेकिन उसकी चिंगारी से पीछे गेहूं के कटे खेत में आग लग गई। आग वहां से एक किमी। दूर तिवारीपुर पहुंच गई लेकिन ग्रामीणों ने कोशिश कर गांव बचा लिया। वहां से कटे डंठल में पकड़ी आग तिवारीपुर से 2 किमी। दूर भटनिपार बुजर्ग गांव पहुंच गई। गांव के रामनरेश दुबे का 400 बोझा अरहर जल गया। ददरा के पूर्व प्रधान श्याम देव यादव का भी 500 बोझा अरहर जल गया। ग्रामीणों ने किसी तरह भटनिपार गांव में आग घुसने से रोक लिया। लेकिन फिर आग डंठलों के सहारे 2 किमी। दूर बरईपार पहुंच गई। वहां के लोग पहले से सावधान थे। पहले से ही ट्यूबवेल चला रखा था। इस बीच पहुंची पुलिस, फायर ब्रिगेड और ग्रामीणों के अथक प्रयास के बाद आग पर कई घंटे बाद काबू पाया जा सका। मौके पर बड़हलगंज इंस्पेक्टर बृजेश कुमार वर्मा, फायर प्रभारी संजय पांडेय पहुंच गए।
खेत में रखे भूसा भी जले महराजगंज के श्यामदेउरवां क्षेत्र के महुअवां महुई के सिवान से आग उठी। आग पिपराइच क्षेत्र के बैलो के किनारे तक पहुंची। खेत में रखा भूसा जलकर राख हो गया। किसी ने रात में ही खेत का डंठल जलाकर छोड़ा था। दिन में हवा से उड़ी चिंगारी खेत में फैल गई। आग गांव की तरफ बढ़ता देख ग्रामीणों ने हाथ में शीशम की टहनियां लेकर आग पर काबू पाया।