माइक्रो फाइनेंस कंपनी के संचालकों पर मुकदमा
- महिला एजेंट्स की शिकायत पर कार्रवाई
- एजेंसी खोलकर लगाया करोड़ों का चूना GORAKHPUR: माइक्रो फाइनेंस कंपनी खोलकर करोड़ों रुपए की ठगी के मामले में सोमवार को पुलिस ने केस दर्ज किया। तिवारीपुर की महिला एजेंट की तहरीर पर लेकर पुलिस ने कार्रवाई की। कंपनी से जुड़ीं एजेंट्स एक पखवारे से पुलिस-प्रशासन के अफसरों का चक्कर लगा रही थीं। इंस्पेक्टर कैंट ने बताया कि केस दर्ज करके मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। झांसे में बढ़ाया कारोबारप्रताप मार्केट, सिनेमा रोड पर जनरक्षा इंडिया माइक्रो फाइनेंस कंपनी खोलकर संचालकों ने ग्राहकों और एजेंट्स को चूना लगाया। वर्ष 2014 के फरवरी मंथ में कंपनी की शुरूआत एलआईसी के ब्रांच मैनेजर केशव पांडेय ने अपने ऑफिस से की। पहली मीटिंग में उन्होंने कंपनी का जुड़ाव एलआईसी से बताया। झांसे में आकर महिलाएं एजेंट बन गई। अपने परिचितों, रिश्तेदारों से लाखों रुपए जमा कराए। बीमा और एफडी के रूप में उनका पैसा जमा कराया।
पांच सौ एजेंट्स ने जमा कराए रुपएकंपनी में अधिक कमीशन के लालच में आकर महिलाएं जुड़ती चली गई। करीब पांच सौ एजेंट्स ने करोड़ों रुपए का इनवेस्टमेंट करा दिया। शुरूआती दिनों में कंपनी की ओर से सबका भुगतान नियमित किया गया। बाद में इसमें हीला-हवाली होने लगी। अप्रैल मंथ के शुरूआत में कंपनी के अधिकारी, कर्मचारी भुगतान से मना करने लगे। अचानक दफ्तर में ताला लगाकर चंपत हो गए।
महिला एजेंट की तहरीर पर मुकदमा जालसाजी की शिकायत लेकर एजेंट्स ने एसएसपी अनंत देव से मुलाकात की। क्राइम ब्रांच से मामले की जांच कराकर एसएसपी ने कार्रवाई को कहा। इसके बाद महिलाओं ने सिटी मजिस्ट्रेट लव कुश त्रिपाठी का दरवाजा खटखटाया। कई दिनों तक कलेक्ट्रेट से लेकर थाने तक का चक्कर लगाती रहीं। तिवारीपुर मोहल्ला निवासी रेनू की तहरीर पर पुलिस ने कंपनी के संचालक गगहा के नगवा निवासी अरविंद सिंह, सीमा सिंह, बसंतपुर निवासी राजेश्वर पांडेय, इंदिरानगर की सीमा अग्रवाल और एलआईसी के ब्रांच मैनेजर केशव पांडेय पर जालसाजी कर रुपये हड़पने का केस दर्ज किया। एजेंट्स की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फाइनेंस कंपनी से जुड़े कर्मचारियों, अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। राजीव सिंह, इंस्पेक्टर, थाना कैंट