- डीडीयूजीयू में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट ने एंटी रैगिंग सेल को की कंप्लेंट

- सीओ कैंट ने शुरू की जांच, आज होगी चीफ प्रॉक्टर से पूछताछ

GORAKHPUR : डीडीयूजीयू में रैगिंग का मामला सामने आया है। कैंपस में पढ़ने वाले एक स्टूडेंट्स ने नेशनल एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पर शिकायत की है। उसने यूनिवर्सिटी के तीन सीनियर्स पर रैगिंग का आरोप लगाया है। इसका खुलासा कैंट पुलिस ने खुलासा किया है। मामले में कैंट पुलिस न सिर्फ यूनिवर्सिटी प्रशासन पर सवाल उठा रही है, बल्कि इस बात का भी खुलासा हुआ है कि अब तक यूनिवर्सिटी ने एंटी रैगिंग कमेटी का गठन तक नहीं किया है। पुलिस ने चीफ प्रॉक्टर से तीनों स्टूडेंट्स की डिटेल्स मांगी है।

ईमेल कर दी जानकारी

यूनिवर्सिटी में एडमिशन का दौर खत्म हो चुका है। सीओ कैंट अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि कैंपस के एक जूनियर स्टूडेंट ने नेशनल एंटी रैगिंग सेल को ईमेल कर अपने साथ हुई रैगिंग की जानकारी दी है। शिकायत के बाद मामले की जांच सीओ कैंट को सौंपी गई है। स्टूडेंट ने तीन स्टूडेंट प्रवीण सिंह, सुमित और एश्वर्य पर न सिर्फ मानसिक रुप से प्रताडि़त करने का, बल्कि असलहा दिखाकर धमकाया भी है। मामले में शिकायतकर्ता ने अपना नाम गोपनीय रखने की बात कही है।

चीफ प्रॉक्टर से मांगी सारी डिटेल्स

मामले में सीओ कैंट ने आरोपी तीनों स्टूडेंट्स की डिटेल्स चीफ प्रॉक्टर से मांगी हैं। चीफ प्रॉक्टर की मानें तो उन्होंने डिटेल्स के लिए सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए हैं। जैसे ही डिटेल्स मिल जाएंगी, पुलिस को सारी जानकारी दे दी जाएगी। सीओ कैंट ने बताया कि आज चीफ प्रॉक्टर से इस संदर्भ में पूछताछ की जाएगी। उन्होंने बताया कि कैंपस में एंटी रैगिंग से जुड़ी गाइडलाइंस चस्पा नहीं की गई हैं। जबकि ऐसा करना मेंडेटरी है।

बनी ही नहीं एंट्री रैगिंग कमेटी

पूरे प्रकरण में यूनिवर्सिटी बैकफुट पर नजर आ रही है। क्योंकि नया सेशन शुरू हो चुका है, लेकिन अब तक एंटी रैगिंग कमेटी का गठन तक नहीं किया गया है। अगर यूनिवर्सिटी में ही कमेटी होती तो पीडि़त नेशनल कमेटी में कंप्लेंट नहीं करता और यूनिवर्सिटी अपने स्तर से पूरा मामला निपटा लेती। मामले में यूनिवर्सिटी की ओर से नियमों के उल्लंघन की बात भी सामने आ रही है। नियमानुसार किसी भी शिक्षण संस्थान में शैक्षणिक सत्र शुरू होने से पहले एंटी रैगिंग कमेटी का गठन कर दिया जाना चाहिए। ताकि किसी भी छात्र के साथ रैगिंग जैसी घटना होने पर वह सीधे शिकायत कर सके।

रैगिंग का मामला प्रकाश में आया है। इसकी जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा, वह बख्सा नहीं जाएगा।

अभय कुमार मिश्र, सीओ कैंट

एंटी रैगिंग कमेटी का गठन नहीं किया गया है। प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों को रैगिंग रोकने के निर्देश देकर कैंपस में हेल्पलाइन नंबर्स चस्पा किये गए हैं। इस मामले में सभी विभागों से तीनों स्टूडेंट्स की डिटेल्स मांगी गई हैं।

डॉ। सतीश पांडेय, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयूजीयू

Posted By: Inextlive