रिजल्ट का इश्क, भूल गए रिस्क
- एजेंट से लेकर गणना कर्मचारी तक रहे बेपरवाह
- मास्क के अलावा किसी अन्य चीज पर नहीं दिया ध्यान - कुर्सियों पर सटकर बैठे, घंटों एक दूसरे के करीब रहे लोगGORAKHPUR: एजेंट हो, नहीं हो तो यहां तक कैसे आ गए? तुमको मालूम है ना कि लॉकडाउन लगा है। फिर कैसे घर से निकल गए? चलो वापस जाओ। वरना चालान काट दूंगा। यह सुनते ही बाइक सवार दो युवक सकते में आ गए। इंस्पेक्टर और दरोगा सहित एक-एक करके चार-पांच पुलिस कर्मचारियों को अपनी ओर आता देखकर उनकी हालत बिगड़ गई। बिना समय गवाएं दोनों युवक वहां से खिसक लिए। यह सीन चरगांवा ब्लॉक गेट पर रविवार की दोपहर नजर आया। ब्लॉक के भीतर बने मतगणना केंद्र पर काउंटिंग चल रही थी। तो बाहर लोगों का जमावड़ा हुआ था। प्रत्याशियों के साथ उनके समर्थक भी पहुंचे थे जिनको बार-बार पुलिस खदेड़ने में लगी थी। हालत यह थी कि बाहर से लेकर भीतर सोशल डिस्टेसिंग का मजाक बन गया था। पंचायत चुनाव की गणना में कर्मचारी से लेकर एजेंट और प्रत्याशी तक सभी कोरोना संक्रमण का खौफ भूल चुके थे। यह सीन अकेले चरगांवा ही नहीं, बल्कि जिले के अन्य मतगणना केंद्रों पर नजर आया जहां हर कोई जमकर सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ाने में लगा था।
पुलिस को देखकर भागते दूर
मतगणना को लेकर पुलिस काफी अलर्ट नजर आई। बाहर मौजूद लोगों को काबू करने के लिए पुलिस की टीमें माइक लेकर अलर्ट करती रही। एजेंटों के अलावा अन्य किसी के मौजूद होने पर कार्रवाई की दुहाई भी देती रही। लेकिन इसका खास असर नजर नहीं आया। पुलिस को देखकर सब दूर भागते। लेकिन फिर थोड़ी ही देर बाद सटकर खड़े जाते थे। यह सिलसिला दिनभर चलता रहा। काउंटिंग टेबल पर भी मजाक बना प्रोटोकॉल पंचायत चुनाव की गणना के लिए एजेंट और प्रत्याशियों की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई थी। इस वजह से भी प्रत्याशी, एजेंट और कर्मचारी बेपरवाह नजर आए। मतगणना टेबलों पर भी किसी ने कोरोना के प्रोटोकाल पर ध्यान नहीं दिया। एक तरफ एजेंट्स की भीड़ लगी रही तो दूसरी तरफ कर्मचारी भी एक दूसरे के करीब बैठकर बैलेट पेपर छांटते और गिनते नजर आए। डीएम-एसएसपी ने लिया जायजा, दिए निर्देशजिले में चल रही काउंटिंग का इंस्पेक्शन करने के लिए डीएम और एसएसपी साथ निकले। डीएम और एसएसपी ने विभिन्न केंद्रों का निरीक्षण करके कोरोना की गाइडलाइंस को फालो कराने का निर्देश दिया। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने पुलिस कर्मचारियों से कहा कि किसी तरह की गड़बड़ी, बवाल या फसाद करने वालों के साथ सख्ती से निपटें। हालांकि इस बार लॉकडाउन की वजह से पुलिस को काफी राहत मिली। प्रत्याशियों के समर्थक कम संख्या में काउंटिंग सेंटर तक पहुंचे थे।
दोपहर बाद आने लगे परिणाम सुबह करीब आठ बजे से मतगणना शुरू हुई। कुछ जगहों पर एक से दो घंटे का विलंब भी हुआ। लेकिन दोपहर बाद परिणाम आने शुरू हो गए। सबसे पहले प्रधानों के रिजल्ट सामने आए। क्रमवार गणना में प्रत्याशियों और एजेंट को अपनी बारी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। पंचायत चुनाव की मतगणना को लेकर पुलिस फोर्स को एक्टिव किया गया था। हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। कोई भी प्रत्याशी जुलूस नहीं निकाल सकेगा। गणनास्थल पर किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति की इंट्री पर पूरी तरह से रोक लगी थी। दिनेश कुमार पी, एसएसपी