जब जागते रहे तब ना
- दो दिन के बाद सुस्त पड़ा अभियान
- सीएम के कहने पर बड़ी मुश्किल से जागी पुलिस GORAKHPUR: कच्ची शराब की भट्ठियों को नेस्तानाबूद करने का अभियान तीसरे दिन सुस्त पड़ गया। थर्सडे को पुलिस और आबकारी विभाग के लोग छुट्टी पर रहे। जिले में अवैध कच्ची शराब के खिलाफ अभियान नहीं चल सका। पुलिस का कहना है कि मेला ड्यूटी की व्यस्तता से अभियान थमा रहा लेकिन आगे इसको जारी रखा जाएगा। एक पखवारे अभियान चलाने का निर्देशलखनऊ में कच्ची शराब पीने से हुई मौतें बढ़ती जा रही हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए सीएम ने निर्देश दिया। एक पखवारे तक अभियान चलाकर कच्ची शराब के कारोबार को नेस्तानाबूद करने को कहा। ट्यूज्डे को जिले में आबकारी और पुलिस ने अभियान शुरू किया। इस अभियान में कामयाबी भी मिली। वेंस्डे को पिपराइच के जंगल तिनकोनिया नंबर एक खाली पड़े प्लाट में जेसीबी लगाकर खुदाई कराई गई। इस दौरान बड़ी मात्रा में महुआ लहन, कच्ची शराब बरामद हुई।
मेला ड्यूटी में गई पुलिस, नहीं चला अभियानजिले में दो अवैध कच्ची शराब के खिलाफ अभियान चला। तीसरे दिन अभियान अचानक ठप पड़ गया। जिले में पुलिस ने किसी भी क्षेत्र में कोई अभियान नहीं चलाया। पुलिस का कहना है कि मेला ड्यूटी में पूरी फोर्स लग गई है। थर्सडे को खिचड़ी मेले में पुलिस कर्मचारी ड्यूटी करने चले गए। इस वजह से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि आगे अभियान चलाना मुश्किल होगा। करीब एक हजार पुलिस कर्मचारियों का गैर जनपद तबादला हो गया है। उनको भी जल्द से जल्द रिलीव किया जाता है। मकर संक्राति की छुट्टी होने से आबकारी विभाग की टीम भी नहीं निकली।
कच्ची शराब को पूरी तरह से बंद कराने के निर्देश दिए गए हैं। कहीं से शिकायत मिलने पर संबंधित थानेदार, चौकी प्रभारी जिम्मेदार होंगे। दिलीप कुमार, एसएसपी