आपरेशन त्रिनेत्र के तहत लगाए गए सीसी कैमरे बदमाशों को देखते ही पुलिस को अलर्ट कर देंगे. सभी कैमरों को आईआईटी कानपुर के बनाए सॉफ्टवेयर से जोडऩे की तैयारी चल रही है. एडीजी जोन की पहल पर आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस विभाग की टीम गोरखपुर आएगी. कंट्रोल रूम में लगे कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर को अपलोड कर परीक्षण करेगी.


गोरखपुर (ब्यूरो)।एडीजी जोन अखिल कुमार की पहल पर शुरू हुए आपरेशन त्रिनेत्र के तहत पूरे जिले में अब तक 13 हजार सीसी कैमरे लग चुके हैं। अपराध पर नियंत्रण के लिए इन कैमरों का बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो इसके लिए मंगलवार को एडीजी ने आईआईटी कानपुर के कंप्यूटर साइंस विभाग के प्रोफेसर निशीथ श्रीवास्तव से बात की। इस माह के आखिरी सप्ताह में कानपुर आईआईटी की टीम गोरखपुर आएगी। डायल 112 के कार्यालय में बने आपरेशन त्रिनेत्र के कंट्रोल रूम में विशेष सॉफ्टवेयर को फीड करेगी, जिसके बाद कंप्यूटर में फीड चेहरा व हुलिया से मिलता जुलता व्यक्ति जैसे ही कैमरा के सामने आएगा कंट्रोल रूम में मैसेज आ जाएगा और पुलिस संबंधित को दबोच लेगी।
आईआईटी कानुपर द्वारा विकसित किए गए सॉफ्टवेयर को आपरेशन त्रिनेत्र के कंट्रोल रूम में लगाया जाएगा। विशेष सॉफ्टवेयर से जुडऩे के बाद सड़क पर चल रहे अपराधी को हुलिया व फोटो के आधार पर पहचाना जा सकता है। आपरेशन त्रिनेत्र के सीसी कैमरों से जुडऩे के बाद यह सॉफ्टवेयर अपराध रोकने के साथ-साथ पुलिस का सबसे बड़ा हथियार बनेगा।अखिल कुमार, एडीजी जोन

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