बंद पड़े मकान को चोरों ने बना लिया होटल, ताश खेली, खाना खाया फिर साफ किया हाथ
- किचन के बर्तन से लेकर ज्वेलरी और कपड़े भी हुए गायब
- 5 अगस्त से बंद था मकान, मुंबई गए थे फैमिली मेंबर्सGORAKHPUR : चोरों को भी आराम पसंद है। सारी सुविधाएं मिल जाएं तो चोर शिकार के घर को होटल की तरह भी इस्तेमाल कर सकते हैं। चौंकिए मत, ये कोई कपोल-कल्पना नहीं है। गोरखनाथ में रहने वाले रिटायर्ड सीजेएम के बंद पड़े निजी आवास को चोरों ने बाकायदा होटल की तरह यूज किया। कमरे में ताश खेली, किचन में खाना बनाकर खाया। फिर आराम से पूरा घर खंगाला, ज्वेलरी और कपड़ों पर हाथ साफ किया और चलते बने। सैटर्डे को रिटायर्ड जज अपने घर पहुंचे तो उन्हें घटना का पता चला। पुलिस को सूचना मिली तो अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। तुरंत मौके पर पुलिसकर्मी पहुंचे और छानबीन शुरू की। जिले में चोरों का आतंक इस कदर है कि इस साल सैकड़ों चोरियां हो चुकी हैं। जिनका खुलासा करने में पुलिस नाकाम है।
घर लौटकर लगा चोरी का पतागोरखनाथ एरिया के अनिल कुमार जायसवाल झारखण्ड में बतौर सीजेएम तैनात थे। एक साल पहले रिटायर होकर परिवार के साथ जटाशंकर स्थित पैतृक मकान लौटे। अब वो विकास नगर में नया मकान बनाकर रहते हैं। उनका बेटा दिल्ली में जुडिशियल सर्विसेज की तैयारी करता है और बेटी बैंक में काम करती है। अनिल अपनी पत्नी नीलम के साथ 5 अगस्त को मुंबई के लिए रवाना हुए। इसके बाद वह बेटे आदित्य से मिलने दिल्ली पहुंचे। दो दिन की छुट्टी के बाद वह गोरखपुर रवाना हुए और सैटर्डे सुबह करीब 6 बजे विकास नगर स्थित मकान नंबर 215-एन पहुंचे।
भोजन-पानी करके गए चोर करीब एक माह के बाद अपने घर पहुंचे रिटायर्ड जज अनिल मेन गेट खोलकर भीतर दाखिल हुए। सामने का नजारा बड़ा अस्त-व्यस्त था। कमरों का सारा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। आलमारी का ताला टूटा हुआ था। ज्वेलरी, कैश, कीमती साडि़यां, बर्तन और इलेक्ट्रानिक आइटम्स नदारद थे। चोरों ने रूम में बैठकर ताश खेली। किचन में खाना बनाकर खाया। फिर तफसील से एक-एक कमरा खोल कर वारदात को अंजाम दिया। हड़बड़ाए पीडि़त परिवार ने जानकारी पुलिस को दी। बाउंड्री फांद कर अंदर आए चोरअनिल ने पुलिस को बताया कि उन्होंने बाहर जाने से पहले एक रिश्तेदार को जानकारी दी थी। वो रिश्तेदार रोज मकान के मेन गेट पर ताला देखकर वापस लौट जाते थे। मौके पर पहुंची पुलिस की जांच में पता चला कि चोरी मकान की पीछे स्थित बाउंड्री फांदकर दाखिल हुए और दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे। उन्होंने पूरी तसल्ली से चोरी की, इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि उन्हें पहले से पता था कि मकान कई दिनों से बंद है और जल्द नहीं खुलेगा।
बाहर जाएं तो पुलिस को जरूर बताएं चोरी की घटनाओं से निपटने के लिए आपका सावधान रहना बहुत जरूरी है। एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने बताया कि हाल के दिनों में ज्यादातर चोरियां बंद पड़े मकानों में हुई हैं। इसलिए जब भी बाहर जाएं तो पुलिस को इत्तिला जरूर करें। पुलिस ने बताया कि अगर कोई लंबे समय के लिए बाहर जा रहा है तो अपने पुलिस स्टेशन पर लिखित रूप से जानकारी जरूर दे। जिससे आपकी गैरमौजूदगी में पुलिस किसी अप्रिय घटना को होने से रोक सके। 25 दिन से मकान में ताला बंद था। कॉलोनी में मकान एकांत में है। चोरों ने मकान के पीछे से दरवाजे का ताला तोड़कर घटना को अंजाम दिया है। फैमिली मेंबर्स की तहरीर पर मुकदमा दर्ज?कर लिया गया है। चोरों की तलाश की जा रही है। सदानंद सिंह, एसओ, गोरखनाथ