ताकि जेल से बाहर न निकलें कदम
- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम के लिए मिली रकम
- गोरखपुर में शुरू हो चुकी है वीडियो कॉन्फ्रेसिंग GORAKHPUR: जेल से शातिर बदमाशों पर नकेल कसने के लिए शासन ने सख्ती शुरू कर दी है। अब नामचीन बदमाशों की कोर्ट में पेशी पूरी तरह से प्रतिबंधित होगी। ऐसी अक्सर कंप्लेन मिला करती थी कि पेशी पर आने-जाने के दौरान गुर्गो से मिलकर बदमाश साजिश रचते हैं। इसके मद्देनजर यूपी गवर्नमेंट ने जिला कारागार और जनपद न्यायालय में कॉन्फ्रेंसिंग रूम बनाने के लिए बजट जारी कर दिया है। इससे गोरखपुर में जल्द ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम बनकर तैयार हो जाएगा। जेल प्रशासन का कहना है वीडियो कॉन्फ्रेसिंग रूम न होने से काफी प्रॉब्लम सामने आ रही है। 68.62 लाख रुपए से होगा कंस्ट्रक्शनप्रदेश की कई जेलों और जनपद न्यायालयों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम बनाने का प्रपोजल भेजा गया था। निर्माण के लिए गवर्नमेंट ने बजट एलाट किया। जिला कारागार मुरादाबाद के लिए 76.28 लाख, गोरखपुर के लिए 68.62 लाख, फिरोजाबाद और मैनपुरी जिले के लिए 41.24 लाख रुपए मंजूर किए गए। गोरखपुर और जनपद न्यायालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम के लिए 41.24 लाख रकम जारी कर दी गई है। प्रदेश सरकार के अनुसचिव करुणेश कुमार सिंह ने महानिरीक्षक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं को पत्र भेज दिया है। जिसकी सूचना संबंधित जिलों के डीएम को दे दी गई है।
वीसी से कसेगी नकेल पेशी के दौरान बंदियों के भागने, साजिश रचने, रंगदारी मांगने सहित कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पेशी के दौरान बंदी पुलिस कर्मचारियों पर दबाव बनाकर मौज मस्ती भी करते हैं। जेल से आवागमन के दौरान वह प्रॉब्लम खड़ी करते हैं। कचहरी में उनसे मिलने वालों की भीड़ लगी रहती है। जेल से कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग होने से ऐसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाएगा। बदमाशों की हरकतों पर नकेल कसेगी। इसके अलावा बंदियों की सुरक्षा में लगने वाली भारी भरकम फोर्स की जरूरत खत्म हो जाएगी। शातिर बदमाशों के बीच गैंगवार की आशंका अक्सर बनी रहती है। इस टेंशन से पुलिस को राहत मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ किसी बंदी के लिए जेल से भागना आसान नहीं होगा। बाहर न निकलने से बंदी संदिग्ध सामान भी नहीं ले जा सकेंगे। गोरखपुर जेल में बंद हैं कई शातिरजिला कारागार में 25 से अधिक शातिर बदमाश बंद हैं। इन बदमाशों की पेशी को लेकर जेल प्रशासन और पुलिस परेशान रहती है। शातिर चंदन सिंह से जुड़े बदमाश पुलिस के लिए सिरदर्द बने हैं। हाल में चंदन सिंह के इशारे पर गुर्गो ने रंगदारी मांगकर सनसनी फैलाई थी। गोरखपुर जेल में बंद सनी सिंह के कहने पर बदमाशों ने गगहा में डॉक्टर की क्लीनिक पर फायर किया। गोरखपुर जेल में बिसई सिंह, मनोज ओझा, संदीप त्रिपाठी, पंकज यादव, अंबरीश राय, अनिल यादव अप्पू, सत्यव्रत राय, संजय यादव, पिंकू उर्फ राणा सिंह, सन्नी सिंह सहित कई शातिर बदमाश बंद हैं।
ट्रायल के रूप में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग श़ुरू करा दी गई है। बजट मिलने से रूम का निर्माण पूरा हो जाएगा। इससे तमाम परेशानियों से निजात मिल जाएगी। 15 दिन के भीतर वीडियो कान्फ्रेंसिंग रुम का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है। एसके शर्मा, सीनियर सुप्रिटेंडेंट, जेल