- कैंपियरगंज के जंगल ट्रीट से एसटीएफ ने दबोचा

- शार्प शूटर संदीप सिंह भी चढ़ा पुलिस के हत्थे, असलहे बरामद

- सोनौली रोड पर वारदात के चक्कर में धरे गए तीनों बदमाश

- जिले में मर्डर, लूट, रंगदारी के कई मामलों का हुआ खुलासा

GORAKHPUR : एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने सैटर्डे मार्निग चंदन के भाई नंदन सहित तीन बदमाशों को दबोचा। सैटर्डे मार्निग एसटीएफ गोरखपुर यूनिट को जंगल ट्रीट में बदमाशों के मौजूद होने की सूचना मिली। एसटीएफ ने घेराबंदी करके बदमाशों को पकड़ लिया। उनके पास से अवैध असलहे, मोबाइल, नकदी, बाइक, वसूली डायरी सहित कई सामान बरामद हुए। तीनों बदमाश सोनौली हाइवे पर बड़ी वारदात के चक्कर में थे। पकड़े गए शातिरों ने जिले में हुई कई सनसनीखेज वारदातों का खुलासा किया।

चंदन जेल में, भाई चला रहा था गैंग

एसटीएफ ने पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ की। तीनों की पहचान चिलुआताल एरिया के कुसहरा निवासी कृष्ण नंदन सिंह उर्फ नंदन उर्फ झीनक, संदीप सिंह और राहुल सिंह के रूप में हुई। लखनऊ जेल में बंद चंदन सिंह का सगा भाई कृष्ण नंदन सिंह पूरी गैंग को चला रहा था। चंदन के जेल जाने के बाद उसने जिले में क्राइम की कमान संभाल ली। कृष्ण नंदन के कहने पर संदीप सिंह, गुड्डू कटाई, विजय कुमार, राकेश सिंह और राजीव सिंह उर्फ डॉक्टर के साथ मिलकर वारदात कर रहा था। रंगदारी न देने पर गोली चलाकर तीन लोगों का मर्डर कर दिया गया। एसटीएफ की पूछताछ में बदमाशों ने लूट, मर्डर, रंगदारी की वारदातों का खुलासा किया। इनके अन्य साथियों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है।

शार्प शूटर है संदीप, घोषित था पांच हजार का इनाम

चंदन के गैंग में शामिल संदीप सिंह बेहद ही शातिर बताया जा रहा है। उसको किसी को गोली मारने में कोई डर नहीं लगता। टारगेट को धराशायी करने के भरोसे के साथ वह गोली दागता है। उसके हमले में कोई भी बच नहीं सका है। संदीप सिंह और नंदन सिंह पर गोरखपुर पुलिस ने पांच हजार का इनाम घोषित किया था।

गोरखनाथ से खरीदा जूता, महंगे कपड़े

जेल में बंद चंदन सिंह और उसके गुर्गो पर शिकंजा कसने में पुलिस को पापड़ बेलने पड़ रहे हैं। चंदन सिंह गैंग से जुड़े बदमाश दिन भर सिटी की गलियों में घूमते रहते हैं। शहर में ज्यादातर पुलिस कर्मचारी न तो उनको जानते हैं, न ही देखने के बाद कोई पहचान पाएगा। चंदन के भाई नंदन, संदीप और राहुल ने गोरखनाथ में फुटलैंड शॉप से क्ख् हजार तीन सौ रुपए का जूता खरीदा। रंगदारी मांगने के लिए एक नया मोबाइल हैंडसेट भी खरीदकर ले गए। इसके साथ बदमाशों ने ब्रांडेड कंपनियों के कपड़े भी खरीदे।

एडीजी करेंगे एसटीएफ गोरखपुर यूनिट का विशेष सम्मान

एटीएफ की कामयाबी पर पुलिस अफसरों ने खुशी जाहिर की। एडीजी सतीश माथुर की तरफ से पुलिस टीम को विशेष सम्मान देने की तैयारी की जा रही है। एडीजी ने बताया कि टीम वर्क इस तरह से होना चाहिए। कैंपियरगंज पुलिस के साथ मिलकर एसटीएफ गोरखपुर यूनिट ने सराहनीय कार्य किया है।

इन घटनाओं में शामिल रहे बदमाश

- 8 सितंबर क्ब् को ताड़क जायसवाल से ख्0 लाख की रंगदारी मांगने के चक्कर में भगत चौराहे पर गोली चलाई। बदमाशों के हमले में दुकानदार राजू जायसवाल और टेंपो चालक आशुतोषधर दुबे की मौत हो गई। संदीप ने बाइक पर बैठे-बैठे ही टारगेट पर फायर किया।

- ख्क् अक्टूबर क्ब् को उरुवा कसबे में धर्मेद्र जायसवाल पर क्ख् लाख की रंगदारी के लिए हमला किया। संदीप की ताबड़तोड़ फायरिंग में धर्मेद्र से बातचीत कर रहे एडवोकेट और संघ से जुड़े श्रीमंतनाथ की मौत हो गई।

- ख्9 अक्टूबर को बाघागाड़ा में संदीप सिंह ने नंदन के साथ कश्मीरी ट्रक ड्राइवर अल्ताफ को गोली मारी। लूट के इरादे से बदमाशों ने गोली चलाई।

- ख्ख् नवंबर को शाहपुर एरिया के डॉक्टर एसबी मौर्या की क्लीनिक पर बदमाशों ने गोली चलाई।

- फ्0 नवंबर की रात चिलुआताल एरिया में नंदन सिंह और संदीप सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर बाइक लूटी।

- फ्0 नवंबर की रात में संदीप सिंह, नंदन सिंह और अन्य लोगों ने कैंपियरगंज के भौराबारी जंगल में पीएसी जवान पर गोली चलाई। इसके साथ इस गैंग के बदमाशों ने कई वारदातें की थी। करमैनी पुल के बाद पिकअप के ड्राइवर से लूटपाट की।

यह हुई बरामदगी

पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस ने लूट की बाइक, तीन मोबाइल फोन, फर्जी नाम-पते से खरीदे गए आठ सिमकार्ड, दो पिस्टल, फ्क्भ् बोर का तमंचा, क्भ् हजार तीन सौ नकदी, तीन अंगूठी, एक डायरी जिस पर रंगदारी मांगने के लिए कई लोगों का मोबाइल नंबर लिखा है, बरामद किया गया है।

नंदन के खिलाफ दर्ज मुकदमे

नंदन सिंह के खिलाफ चिलुआताल थाना में वर्ष ख्00म् में हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। हत्या, लूट, लूट के माल के साथ पकड़े जाने, सहित करीब एक दर्जन मुकदमे दर्ज हुए। नंदन के सहयोगी संदीप सिंह पर ख्0क्ब् में कैंट थाना में नशीला पदार्थ रखने का मुकदमा दर्ज हुआ। शाहपुर, खोराबार, चिलुआताल, उरुवा, बेलीपार और कैंपियरगंज में हत्या, लूट, रंगदारी मांगने, जानलेवा हमले करने सहित कई मामले दर्ज हैं।

बदमाशों के एक्टिव होने की सूचना पर टीम गई। बदमाशों ने पुलिस को चकमा देने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उनको अरेस्ट कर लिया। चंदन के भाई नंदन और उसके दो अन्य सहयोगियों से पूछताछ के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

विकास चंद, सीओ, एसटीएफ गोरखपुर यूनिट

Posted By: Inextlive