Gorakhpur News : लिंक-सब्सक्राइब से ठगी, अकाउंट से जा रहा अमाउंट
गोरखपुर (ब्यूरो)। ओटीपी या लिंक भेजकर, क्यूआर कोड स्कैन कराकर ठगी करने की बात पुरानी है। साइबर जालसाज नई ट्रिक के तहत एक दिन में दो से तीन हजार कमाने का लालच देकर लिंक शेयर कर रहे हैं। इससे सावधान रहने की जरूरत है। गोरखपुर सिटी से हाल ही में दो मामलों में 38 लाख और 7 लाख की ठगी हो गई। दोनों मामलों की कंप्लेन साइबर थाने में हुई है। चैटिंग कर फंसाते हैं ठग पहले वाट्सएप नंबर पर चैट करके फंसाते हैं। चैटिंग में बताया जाता है कि दिए गए लिंक को ओपन करके संबंधित चैनल को सब्सक्राइब करना है और स्क्रीनशॉट भेजना है। एक सब्सक्राइम के तुरंत बाद आपके खाते में 100 से 150 रुपए आ जाएंगे। ज्यादा कमाई के लालच में लोग इसके झांसे में आ जाते हैं। यू होता है खेल
- वाट्सएप पर एक लिंक भेजा जाता है। लिंक को क्लिक करते ही यू-ट््यूब चैनल ओपन होता है। इसे सब्सक्राइब कर स्क्रीन शॉट शेयर करने को कहा जाता है। - स्क्रीन शॉट शेयर करने के बाद बैंक डिटेल मांगी जाती है। बैंक डिटेल मिलने के बाद पीडि़त के अकाउंट में एक साथ 100-150 रुपए आ जाते हैं।
- इसके बाद पीडि़त को डबल सैलरी का झांसा देकर कुछ रुपए ऑनलाइन जमा कराने को कहा जाता है। लालच में आकर पीडि़त रुपए तक जमा करवा देता है। अब पीडि़त को एक टास्क के दोगुने रुपए मिलने शुरू हो जाते हैं। - इसके बाद पीडि़त को और ज्यादा रुपयों का लालच देकर उससे बड़ा अमाउंट ठग अपने अकाउंट में डलवा लेते हैं। उसके बाद दिनभर के टास्क के रुपए पीडि़त के अकाउंट में नहीं आते। जबकि पीडि़त पैसे मांगता है तो उसे कहा जाता है कि आपका एक टास्क और बचा है। यदि पूरे पैसे चाहिए तो बड़ा अमाउंट जमा करवाना होगा। - पीडि़त अपना सारा अमाउंट लेने के चक्कर में जालसाजों के खाते में पैसा भेज देता है। फ्रॉड होने पर क्या करें यदि आप साइबर ठगी के शिकार हो गए हैं तो तुरंत अपने क्षेत्र के संबंधित थाने में शिकायत दर्ज कराएं। इसके अलावा नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। केस 1महराजगंज निवासी बेतियाहाता में जॉब करते हैं। मोबाइल पर साइबर ठगों ने मैसेज भेजकर विदेश कंपनी में निवेश कर पैसा कमाने का झांसा दिया। निवेश रजिस्ट्रेशन आदि के नाम पर 38 लाख रुपए वसूल लिए। अब पैसा लौटाने का समय आया तब जालसाजों ने फर्जी वेबसाइट हटा दी।
केस 2मोहद्दीपुर निवासी एक व्यक्ति के मोबाइल पर एक मैसेज आया। ऑनलाइन रिव्यू व लाइक करने का झांसा दिया। निवेश के नाम पर एमआर से सात लाख की ठगी हो गई। इसके बाद उन्होंने साइबर थाने में लिखित शिकायत की। फैक्ट एंड फीगर117 केस साल 2023 में साइबर सेल में आए 51 लाख रुपए पीडि़त व्यक्तियों के वापस कराए 200 केस साइबर थाने में ठगी के दर्ज हुए 1.5 करोड़ रुपए पीडि़त व्यक्तियों के वापस कराए सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम व वाट्एसप ग्रुप के जरिए होने वाली ठगी को लेकर साइबर थाना अलर्ट रहता है और लोगों को जागरूक भी किया जाता है। पीडि़त व्यक्ति की शिकायत पर मामला दर्ज कर उसकी जांच कराई जाती है। साथ ही रकम वापस कराने के पूरे प्रयास किए जाते हैं। जालसाजों के विरूद्ध कार्रवाई की जाती है। इंदु प्रभा सिंह, एसपी क्राइम