स्टाफ नर्स कीहत्या के विरोध में किया हंगामा
- संविदा स्टाफ नर्सेज ने BRD के मेन गेट का ताला बंद कर किया प्रदर्शन
- पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करने के लिए मांगा 24 घंटे का समय GORAKHPUR: शाहपुर डेयरी कॉलोनी स्थित लोको ग्राउंड में बुधवार को मिली डेड बॉडी की शिनाख्त मेडिकल कॉलेज संविदा स्टाफ नर्स शहजाद उफ सब्बू के रूप में होने के बाद घटना के विरोध में संविदा स्टाफ नर्सेज शनिवार की शाम हड़ताल पर चले गए। कर्मचारी मेडिकल कॉलेज मेन गेट पर नर्सेज ने ताला बंद कर दिया। इसकी सूचना मिलते ही चिलुआताल, गुलरिहा पुलिस मौके पर पहुंच गई। वहीं प्रिंसिपल डॉ। राजीव मिश्रा भी स्टाफ नर्सेज को समझाने की कोशिश करते रहे। पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करने के लिए 24 घंटे का समय मांगा जिसके बाद कर्मचारी काम पर लौटे। 12 अक्टूबर से था लापताशाहपुर डेरी कॉलोनी स्थित लोको ग्राउंड में बुधवार को एक डेडबॉडी बरामद हुई। बाद में उसकी शिनाख्त मेडिकल कॉलेज संविदा स्टाफ नर्स शहजाद उर्फ सब्बू के रूप में हुई। शहजाद वाराणसी के शिवपुर थाना एरिया के भोजूबीर का रहने वाला था। वह 12 अक्टूबर को डयूटी करके निकला और उसके बाद से लापता था। डेडबॉडी मिलने पर पहले तो पुलिस ने लावारिस मानते हुए पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया लेकिन कुछ कर्मचारियों को शक हुआ तो उन्होंने उसके पिता अब्बास अली को बुलाया। शनिवार को पहुंचे पिता ने उसकी पहचान की। इसके बाद घटना के विरोध में कर्मचारियों ने शनिवार को हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप स्टाफ नर्स की हत्या के विरोध में उसके साथियों ने शनिवार को शाम प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस और कर्मचारियों में तीखी नोकझोंक भी हुई। उधर, साथी कर्मचारियों के धरने पर जाने की खबर पाकर काम कर रहे कुछ कर्मचारी भी उनके साथ शामिल हो गए। कर्मचारी वार्डो में घूम-घूमकर सबको अपने साथ ले लिए। संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से चार्ज काउंटर, एक्सरे, जांच आदि ठप हो गए। सभी कर्मचारी एकत्र होकर मेडिकल कॉलेज गेट पर धरना पर बैठ गए। मेन गेट पर ताला बंद कर दिया जिससे मरीज अंदर नहीं जा पा रहे थे। शाम 6.50 बजे पुलिस ने 24 घंटे के अंदर हत्याकांड के पर्दाफाश का आश्वासन दिया तब जाकर कर्मचारी काम पर लौटे। इसके साथ कर्मचारियों ने हिदायत दी कि यदि 24 घंटे में हत्याकांड का पर्दाफाश नहीं किया गया तो सारी सेवाएं ठप कर देंगे। बॉक्स जूनियर डॉक्टरों ने संभाला कामट्रॉमा सेंटर, इंसेफेलाइटिस वार्ड समेत कई वार्डो में संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने पर दो घंटे तक जूनियर डॉक्टरों ने काम संभाला। नर्स का काम भी काम जूनियर डॉक्टर्स को ही करना पड़ा।