संविदाकर्मियों को नोटिस, मरीजों की बढ़ी परेशानी
- बाहर का रास्ता दिखाए जाने का डर
- कार्रवाई का नोटिस मिलने के बाद भी व्यवस्था जस की तस GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में संविदा समाप्त होने के बाद हेल्थ एंप्लाइज को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसके लिए मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बाकायदा एंप्लाइज को नोटिस भी जारी कर दिया है। मेडिकल कॉलेज के इस कदम से अब मरीजों की परेशानी बढ़ने लगी है। इलाज प्रभावित होने के साथ ही व्यवस्था से जुड़े कई काम भी पेंडिंग पड़ने लगे हैं। हालांकि नये शासनादेश में संविदा खत्म होने के बाद नई ज्वाइनिंग प्रक्रिया जल्द शुरू कराने की बात कही गई है। चार को थमाया नोटिसमेडिकल कॉलेज प्रशासन ने पहले ही चार हेल्थ कर्मचारियों को नोटिस थमा चुकी है। सूत्रों की मानें तो अभी बाल रोग विभाग, इंसेफेलाइटिस और ट्रामा सेंटर में कार्यरत संविदा कर्मचारियों को निकाले जाने का डर सता रहा है। इस मामले में दिन भर वार्ड में चर्चाओं का बाजार गरम है। उधर वार्ड में आये दिन डॉक्टर्स और एंप्लाइज के गायब रहने का सिलसिला जारी है। अब यह डॉक्टर्स और हेल्थ एंप्लाइज मरीजों का इलाज तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें आज भी नौकरी जाने का डर सता रहा है।
कहीं चली न जाए जानपिछले माह बाल रोग विभागाध्यक्ष के इंस्पेक्शन के दौरान नवजात आईसीयू समेत अन्य वार्ड में डॉक्टर्स नदारद थे। इस मामले में जिम्मेदार डॉक्टर्स को नोटिस थमाकर कार्रवाई का आदेश जारी किया गया, लेकिन इसके बावजूद भी डॉक्टर्स के कार्यशैली में सुधार नहीं आ रहा है। डॉक्टर्स, इंसेफेलाइटिस और बाल रोग विभाग के आईसीयू और वार्ड से गायब मिले। इसे देखते हुए बाल रोग विभागाध्यक्ष महिमा मित्तल ने करीब 11 डॉक्टर्स को नोटिस दी है। हालांकि अभी आगे की कार्रवाई होनी बाकी है। अगर डॉक्टर्स और जिम्मेदारों का यही हाल रहा तो नवजात आईसीयू में एडमिट अति गंभीर शिशु की जान जा सकती है।
आगे की कार्रवाई के लिए मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को पत्र भेज दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में दोषी पाए गए लोगों पर कर्रवाई की जाएगी। वहीं संविदा कर्मचारियों के समायोजन के लिए क्या चल रहा है। इसके बारे में जानकारी नहीं है। डॉ.एमक्यू बेग, एसआईसी