बदला लेने के लिए किया गुरु-चेले का कत्ल
- तंत्र-मंत्र के चक्कर में बांसगांव में हुई थी दोनों हत्याएं
- फैमिली मेंबर्स की मौत का बदला लेने के लिए किया कत्ल GORAKHPUR: जिले में तंत्र-मंत्र के नाम पर अपराध का काला धंधा फल-फूल रहा है। इस बात का खुलासा हुआ वेंस्डे को जब एसएसपी ने हत्या के दो मामलों का खुलासा किया। बांसगांव में 17 जुलाई व कौड़ीराम में 23 जुलाई को हुए मर्डर का खुलासा करने का दावा पुलिस ने किया है। पूरेमामले की जड़ में तंत्र-मंत्र के जरिए आरोपी के परिवार के सदस्यों की अकाल मृत्यु की थ्योरी बताई जा रही है। पुलिस ने दोनों हत्याओं के आरोपी शिवलाल को बांसगांव के सियरहा पुलिया के पास से गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से 315 बोर का तमंचा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। क्या था मामला?बांसगांव एरिया के बलुआ उर्फ गोपालपुर में 17 जुलाई की रात 70 वर्षीय गोरख साहनी को बगीचे में सोते समय गोली मारी गई थी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं 23 जुलाई को कौड़ीराम स्थित गोड़सारी गांव में छप्पर के नीचे सो रहे 50 वर्षीय सोखा घरभरन की बम मार निर्मम हत्या की गई थी। दोनों मामलों में गोड़सारी के ही शिवलाल के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया था। मर्डर के बाद से शिवलाल फरार था।
तंत्र-मंत्र के शक में ले ली जान एसएसपी प्रदीप कुमार ने बताया कि दोनों हत्याओं के मामले में पुलिस टीम शिवलाल की सरगर्मी से तलाश हर रही थी। वेंस्डे मार्निग पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि हत्यारोपी शिवलाल साहन सियरहा पुलिया के पास किसी और वारदात को अंजाम देने का प्लान बना रहा है। तत्काल पुलिस टीम को मौके पर रवाना किया गया। पुलिस को देखते ही शिवलाल भागने लगा, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। पूछताछ में शिवलाल ने बताया कि गोरख और घरभरन के उसके परिवार के छह सदस्यों पर तंत्र विद्या का प्रयोग किया था। इससे परिवार के सदस्यों की अकाल मौत हो गइ। उसी का बदला लेने के लिए शिवलाल ने दोनों की हत्या की। बाद में खुलासा हुआ कि गोरख साहनी, घरभरन का गुरु था और उसे तंत्र-मंत्र सिखाता था। ्र बरामद हुआ बारूद पुलिस ने हत्यारोपी के पास से एक तमंचा, जिंदा कारतूस, बम बनाने वाला बारूद, शीशा, लोहे के छर्रे, पत्थर के टुकड़े, सुतली और एक मोबाइल बरामद किया है। टीम को मिला इनामहत्याभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली टीम में बांसगांव एसओ राजनाथ सिंह, उप निरीक्षक संजय कुमार, कांस्टेबल अच्छे लाल, बाबूराम सिंह, सुशील कुमार पांडेय, दुर्गेश यादव और राहुल कुमार शामिल थे। इस बड़ी कामयाबी पर एसएसपी ने टीम को पुरस़्कृत किया।