अब ब्लाइंड बिना किसी की मदद लिए एक स्टिक के सहारे मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे और चर्च पहुंच जाएंगे. आईटीएम गीडा के चार स्टूडेंट ने मिलकर अनोखी हाइटेक स्टिक बनाई है.


गोरखपुर (अनुराग पांडेय)।स्पेशली ब्लाइंड की मदद के लिए बनाई गई स्टिक नेत्रहीन को मंदिर दर्शन कराने के साथ ही अस्पताल और मेडिकल स्टोर्स तक भी पहुंचाएगी। शिवरात्रि त्योहार को देखते हुए स्टूडेंट ने ये प्लान तैयार किया है, इसलिए इसका नाम शिवा ब्लाइंड स्टिक रखा है। स्टिक बताएगी मंदिर का नामआईटीएम गीडा से कंप्यूटर साइंस से बीटेक करने वाली अंकिता सिंह, अंजली सिंह, अंशिका पटेल और एमबीए की छात्रा अनामिका सिंह ने मिलकर शिवा ब्लाइंड स्टिक बनाई है। इस स्टिक के सहारे ब्लाइंड भी कहीं भी आ जा सकेंगे। वहीं उनके सामने किसी व्यक्ति या आब्जेक्ट के आने पर स्टिक में अलर्ट सायरन बजेगा। वहीं ब्लाइंड के सामने मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा, चर्च या हॉस्पिटल आने पर उसका नाम भी स्टिक बोलेगी, जिससे ब्लाइंड व्यक्ति को ये पता चल जाएगा कि वो अपनी मंजिल तक पहुंच गया है।इस तरह काम करती है स्टिक
स्टूडेंट्स ने बताया कि शिवा ब्लाइंड स्टिक रेडियो सिग्नल पर काम करती है। उन्होंने बताया कि स्टिक में रिसिवर होता है, जो हमारे वॉइस सर्किट से जुडा होता है। इस सर्किट का एक ट्रांसमीटर होता है, जिसे हम धार्मिक स्थलों मेडिकल शॉप हॉस्पिटल या जहां हम जरूरी समझते हैं, इस ट्रांसमीटर चिप को इंस्टॉल कर सकते हैं।बटन दबाते ही मिलता है सिग्नल


जैसे कोई ब्लाइंड व्यक्ति अपनी स्टिक में लगे बटन को दबाता है। उस ऐरिया में लगे ट्रांसमीटर को एक रेडियो सिग्नल मिलता है। जिससे स्टिक में लगे ईयर फोन में आवाज के माध्यम से उन्हें ये पता हो जाता है कि उनके नजदीक क्या है। कहीं भी लगा सकते हैं चिपस्टूडेंट्स ने बताया कि देखा जाता है कि भागदौड़ भरी जिंदगी में कोई खाली नहीं है। ऐसे में नेत्रहीन व्यक्ति खुद अपने बलबूते पर कहीं निकल सके, इसके लिए हमलोगों ने ये स्टिक तैयार की है। सात दिन में तैयार की स्टिकस्टूडेंट्स ने बताया कि इसे बनाने में 7 दिन का समय लगा है। स्टिक पर तीन हजार रुपए खर्च हुए हैं। उन्होंने बताया कि शिवा ब्लाइंड स्टिक बनाने में एक सेल्फी स्टिक, ट्रांसमीटर, रिसीवर, रिले वोल्ट, वॉइस रिकॉर्डिंग चिप, 9वोल्ट बैटरी, स्पीकर, का इस्तेमाल की गई है। स्टिक एक बार चार्ज करने पर तीन तक तक काम करेगा। हमारे कॉलेज में इनोवेशन सेल है। जिसमे हमारे कॉलेज के स्टूडेंट अपने आइडियाज को एक प्रोटोटाइप रूप दे सकते है। स्टूडेंट्स पीएम नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया मिशन को देखते हुए नए-नए अविष्कार कर रहे हैं। जो एक दिन देश के विकास में गति प्रदान करेगा।

डॉ। एन के सिंह, निदेशक, आईटीएम गीडा

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