भगत सिंह बने गोरखपुर केसरी, अनिल को गोरखपुर कुमार का खिताब
गोरखपुर (ब्यूरो).ओलम्पिक, एशियन गेम्स, कॉमनवेल्थ आदि प्रतियोगिताओं में पदक विजेता प्रदेश के खिलाडिय़ों को राजपत्रित अधिकारी के रूप में नियुक्ति की स्वीकृति दी जा चुकी है। साथ ही इन प्रतिस्पर्धाओं के पदक विजेताओं पर लाखों, करोड़ों रुपए की धनवर्षा भी की जा रही है। उन्होंने सभी को नागपंचमी की बधाई देते हुए कहा कि नाग शक्ति के देवता है। हम सबके अंदर भी कुंडलिनी की शक्ति होती है। यह पर्व हमें इसी शक्ति के जागरण का स्मरण दिलाता है। सीएम योगी के खेल प्रेम के सभी हुए मुरीद
कुश्ती प्रतियोगिता में सीएम योगी आदित्यनाथ के खेल प्रेम के सभी मुरीद हो गए। सीएम योगी ने गोरखपुर वीर अभिमन्यु, गोरखपुर कुमार व गोरखपुर केसरी खिताब के लिए फाइनल मुकाबले का अवलोकन किया और ताली बजाकर पहलवानों का उत्साह बढाया। इस मौके पर विधायक राजेश त्रिपाठी, डॉ। विमलेश पासवान, विपिन सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ। धर्मेद्र सिंह, प्रमुख सचिव सूचना संजय प्रसाद, हॉकी यूपी के उपाध्यक्ष धीरज सिंह हरीश, जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष दिनेश सिंह, जिला कबड्डी संघ के अध्यक्ष अरुणेश शाही आदि मौजूद रहे।ताकि तैयार हो सकें अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी
सीएम योगी ने कहा, 1994 से स्पोट्र्स हॉस्टल के खिलाडिय़ों की व्यय राशि को रिवाइज नहीं किया गया था। खिलाडिय़ों की डाइट मनी 250 रुपए से बढ़ाकर 375 रुपए प्रतिदिन कर दी गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी तैयार हों, इसके लिए 1.50 लाख रुपए के मानदेय पर 50 अंतरराष्ट्रीय खिलाडिय़ों को बतौर प्रशिक्षक रखने की स्वीकृति दी गई है। खिलाडिय़ों के लिए अनुदान राशि में बढ़ोतरी करने के साथ ही एकलव्य क्रीड़ा कोष की स्थापना की गई है। जिला स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए 5 लाख तथा मंडल स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए राज्य सरकार 15 लाख रुपए का अनुदान दे रही है।