अतिक्रमण के चलते बड़ा सवाल- क्या सिटी के 190 तालाबों में महज 3 तालाब का ही होगा सुंदरीकरण
गोरखपुर (ब्यूरो)। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने सुंदरीकरण के लिए शासन के आदेश का पालन करते हुए राप्तीनगर एरिया के गंगा नगर पोखरे का भूमिपूजन कराकर आनन-फानन में अमृत सरोवर योजना को ग्राउंड पर उतार दिया है। नगर आयुक्त ने जोनल अधिकारी अखिलेश श्रीवास्तव को दो से तीन दिन में पोकलेन द्वारा राप्तीनगर पोखरे की सफाई कराने, जलकुंभी निकलवाने का निर्देश दिया है। पोखरे को गहरा भी किया जाएगा। 190 तालाबों में महज तीन तालाब राप्तीनगर पोखरा, मानबेला में झुंगिया पोखरा एवं इंजीनियरिंग कॉलेज क्षेत्र में भैरोपुर पोखरे का चयन किया है। बाकी के 187 तालाब में कुछ का चयन होगा तो कुछ पर अवैध कालोनियां बस गईं हैं तो कुछ के मामले कोर्ट में विचाराधीन हैं। तालाबों का होना है सुंदरीकरण
बता दें, सिटी से लेकर रूरल एरिया तक के तालाबों के सुंदरीकरण के साथ ओपन जिम, वाकिंग पाथ भी बनाए जाएंगे। बच्चों के मनोरंजन के लिए पैडल बोटिंग की सुविधा भी कराई जाएगी। पोखरों में फव्वारा लगाया जाएगा और चारों ओर से चारदीवारी बनाकर अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जाएगा। नगर आयुक्त का दावा है कि नगर निगम परिक्षेत्र में आने वाले सभी पोखरों का सुंदरीकरण जल्द पूरा कर लिया जाएगा। जबकि कई जगहों पर अवैध कब्जे हैैं। तालाब की देखरेख कर रहे नगर निगम के रेवेन्यू इंस्पेक्टर अवध किशोर श्रीवास्तव ने बताया कि कुल 190 तालाब हैैं। इनमें राप्तीनगर स्थित गंगा नगर तालाब, झारखंडी भैरोपुर तालाब और झारखंडी टुकड़ा नंबर एक दिव्यनगर के तालाब में कुछ अतिक्रमण है। जहां पर तालाब में अमृत सरोवर योजना को पहले लागू किया जाएगा। उसके बाद बाकी के तालाबों पर धीरे-धीरे सुंदरीकरण शुरू होगा। रुरल एरिया में 135 तालाब अमृत सरोवर के लिए चयन वहीं रुरल एरिया के 1294 ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर के लिए चिह्नित किए गए तालाबों से गंदा पानी निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके लिए 135 तालाब को अमृत सरोवर विकसित किए जाने हैं। इनमें 89 स्थानों का चयन कर लिया गया है। 37 स्थानों पर अमृत सरोवर विकसित करने का काम जारी है, जिन तालाबों का चयन किया गया है, उनमें पहले से पानी है लेकिन घरों से निकलने वाला गंदा पानी नालियों के सहारे इन तालाबों में गिरता है। गंदा पानी निकालने के लिए पंपसेट का सहारा लिया जा रहा है और तालाब में गिरने वाली नालियों को बंद किया जा रहा है।स्पॉट-1: झारखंडी, भैरोपुर पोखरा
दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम जब झारखंडी भैरोपुर पोखरे के पास पहुंची तो वहां आसपास एरिया में अतिक्रमण नजर आया। स्थानीय लोगों ने बताया, अमृत योजना लागू होगी। इसके लिए उन्हें कोई जानकारी नहीं है। अगर ऐसा होता है तो यह इस क्षेत्र के लोगों के लिए अच्छा होगा। स्पॉट-2: असुरन पोखरा शहर के बीच में स्थित असुरन पोखरे का मूल क्षेत्रफल करीब साढ़े नौ एकड़ था। निर्माण के चलते धीरे-धीरे इसका दायरा घटता गया और जमीन की खरीद-बिक्री होती रही। जमीन खरीदने के बाद कई लोगों ने निर्माण भी करा लिया है। 200 से अधिक आवासीय एवं वाणिज्यिक भवन बनाकर यहां अवैध कब्जे कर लिए गए। फैक्ट फाइल 1294 ग्राम सभा हैं गोरखपुर में7700 छोटे-बड़े तालाब-पोखरे हैं 190 तालाब-पोखरे हैं सिटी एरिया में 3 तालाब-पोखरों का सिटी में कायाकल्प शुरू