- ब्लड प्रेशर, सुगर और हार्ट पेशेंट रहे सावधान

- कोल्ड वायरस से बचने के लिए नाक, कान और गला ढक कर रखें

GORAKHPUR: सर्दी और गलन बढ़ते हगी सिटी में हार्ट पेशेंट्स की संख्या भी बढ़ने लगी है। आंकड़ों की मानें तो डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल कार्डियोलॉजी विभाग में मरीजों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा दोगुनी हो गई है। वहीं सिटी के कई प्राइवेट कार्डियोलॉजिस्ट के पास भी मरीजों की संख्या बढ़ गई है। सबसे ज्यादा मरीज कोल्ड वायरस के आ रहे हैं।

ठंड का ट्रिपल अटैक

सर्दी के मौसम में ज्यादातर तीन तरह की प्रॉब्लम आती है। पहला है मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी होना। दूसरा है शरीर की धमनियां और मांसपेशियां सिकुड़ने लगती है। तीसरी प्रॉब्लम है कोल्ड वायरस का एक्टिव होना। धमनियां सिकुड़ने से सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी ठंड के चलते प्रॉब्लम हो जाती है। इस मौसम में हार्ट अटैक के अलावा ब्रेन हेमरेज का खतरा भी बढ़ जाता है।

ये है लक्षण कोल्ड वायरस के

सूखी खांसी, दस्त, उल्टी, ठंड के साथ बुखार आना, जुकाम और सिर दर्द जैसी तकलीफ बढ़ जाती हैं। साथ ही ब्ल्ड प्रेशर, शुगर और हार्ट पेशेंट्स को इस मौसम में नियमित चेकअप कराना चाहिए।

क्या करें ठंड के मौसम में

डॉक्टर्स के अनुसार ठंड के मौसम में बीमारी से बचने के लिए कुछ जरूरी उपाय करें।

- नाक, कान और गले को ढक कर चले।

- सीने में सीधे हवा नहीं लगनी चाहिए।

- भर पेट गुनगुना पानी पीना चाहिए।

- रात में खाने के बाद और सोने से पहले गुनगुना पानी जरूर पीए।

- शाम को भोजन की मात्र कम रखें।

वर्जन-

ठंड का मौसम कई तरह की बीमारी लेकर आता है। इसलिए सावधानी की जरूरत है। बच्चों और बूढ़ों पर तो खास ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा हार्ट पेशेंट्स को अपना चेकअप नियमित कराना चाहिए।

डॉ। एस.के श्रीवास्तव, फिजिशियन

Posted By: Inextlive