चूक या लापरवाही!
- तरंग क्रॉसिंग और धर्मशाला ओवरब्रिज के बीच खड़ी एलटीटी एक्सप्रेस से 27 बैटरियां हुई थी चोरी
- पैसेज के थ्रू किसी को भी है आने-जाने की आजादी, आरपीएफ ने पहले ही भेजा था रास्ता बंद करने का प्रस्ताव - 38 बैटरियों पर डाला था हाथ, 27 निकालने में कामयाब हुए चोरद्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : 12541 गोरखपुर-एलटीटी एक्सप्रेस की बैटरी चोरी के मामले में पुलिस अब तक खाली हाथ है। इनवेस्टिगेशन का सिलसिला तो लगातार जारी है। लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि यह रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन से हुई चूक का नतीजा है या फिर लापरवाही, क्योंकि यह पहली बार नहीं है जब चोरों ने यार्ड में खड़ी ट्रेन से बैटरी निकाल ली हो, बल्कि इससे पहले भी वह इसमें कामयाब रहे हैं। पिछले एक सालों की बात करें तो अब तक गोरखपुर यार्ड से 9 बैटरियां चोरी हुई थीं। मगर यह पहला मौका है, जब इतनी बड़ी तादाद में बैटरी निकाली गई हो।
लापरवाही का ही नतीजारेलवे से जुड़े सोर्सेज की मानें तो जिस सिपाही की वहां पर ड्यूटी लगाई गई थी, उसने वहां जाने की जहमत नहीं उठाई। इसका ही नतीजा रहा कि चोर इतनी बड़ी तादाद में बैटरी निकालकर ले जाने में कामयाब रहे। सोर्सेज की मानें तो यह घटना रात 12.00 बजे से सुबह 4 बजे के बीच अंजाम दी गई है। इस बीच उन्होंने दो एसी कोचेज की बैटरियों को आराम से खोलकर निकाला है। सोर्सेज की मानें तो यह तादाद और भी बढ़ सकती थी। मामले की सूचना मिलने पर जब आरपीएफ की टीम ने जांच की तो उस दौरान यह बात सामने आई कि चोरों ने टोटल 38 बैटरियों संग छेड़छाड़ की थी, इसमें से 27 तो वह ले जाने में कामयाब रहे, लेकिन बाकी 11 बैटरियां वैसे ही खुली कंडीशन में छोड़ गए।
आरपीएफ ने पहले ही किया था आगाह मामले को गंभीरता से लेते हुए आरपीएफ ने रेलवे के आला अधिकारियों को लेटर लिखकर इस बाबत इंफॉर्मेशन दी है। आरपीएफ से जुड़े सोर्सेज की मानें तो इस मामले में उन्होंने जिम्मेदारों को पहले ही इंफॉर्मेशन दे रखी थी। वहीं यह ताकीद की थी कि धर्मशाला और तरंग क्रॉसिंग के बीच कोई सुपरफास्ट ट्रेन न खड़ी की जाए, लेकिन जिम्मेदारों ने जगह न होने का हवाला देकर उनकी बात को रफा-दफा कर दिया। जिसका खामियाजा ट्यूज्डे को भुगतना पड़ा। पैसेज बंद करने के लिए लिखा लेटरबैटरी चोरी के मामले को देखते हुए आरपीएफ एक्टिव हो गई है। उन्होंने इसके लिए एडमिनिस्ट्रेशन को लेटर लिखकर धर्मशाला के पास दो प्लेसेज पर अवेलबल पैसेज को बंद करने की डिमांड की है। उन्होंने यह साफ किया है कि इन रास्तों से बड़ी तादाद में पब्लिक गुजरती है, जिससे सिक्योरिटी में प्रॉब्लम होती है, इसलिए इन रास्तों को बिल्कुल बंद कर दिया जाए। वहीं पैसेंजर ट्रेंस को छोड़कर कोई और ट्रेन यहां न खड़ी की जाए।
बैटरी चोरी के मामले में जांच चल रही है। जल्द ही हम चोरों तक पहुंच जाएंगे। इसके लिए कई टीम फॉर्म की गई है, बाहरी पुलिस की भी हेल्प ली जा रही है। - राजेश कुमार, प्रभारी, आरपीएफ