तेजाब कांड में नहीं सुलझी गुत्थी
- बुजुर्ग महिला का गला दबाने के बाद डाला तेजाब
- बड़हलगंज कसबे के फेमस कारोबारी के घर हुई थी घटना GORAKHPUR: बड़हलगंज कसबे में फेमस बिजनेसमैन के घर में एसिड अटैक का खुलासा नहीं हो सका। तीन माह बाद भी पुलिस वारदात में शामिल लोगों को अरेस्ट नहीं कर सकी। लापरवाही को लेकर पुलिस की खूब किरकिरी हो रही है। पुलिस अफसर चुप्पी साधे हैं जबकि पब्लिक मामले की असलियत जानना चाहती है। फिलहाल, पुलिस का कहना है कि जांच पड़ताल चल रही है। कोई नतीजा आने पर कार्रवाई की जाएगी। नौ मार्च की दोपहर हुई वारदात से सिहर गए लोगबड़हलगंज कसबे में कालेज रोड पर फेमस बिजनेसमैन संतोष अग्रवाल का मकान है। संतोष के बड़े बेटे अंकित और छोटे बेटे आशुतोष उर्फ सुशील कुमार बिनजेस करते हैं। मकान में नीचे गोदाम बना है। ऊपरी मंजिल पर पूरी फैमिली रहती है। मंडे को कसबे में बंदी होने से अंकित और आशुतोष सामान खरीदने गोरखपुर आ जाते थे। नौ अप्रैल को दोनों अपने चाचा सुशील के साथ गोरखपुर आ गए। अंकित की पत्नी शिल्पी, बीमार मां बिंदू उर्फ विंध्यवासिनी, ढाई साल का बेटा अर्थ और बहन एकता घर पर रह गई। एकता कोचिंग करने चली गई। दोपहर में अंकित की पत्नी शिल्पी ने वारदात की सूचना दी। बताया कि लूटपाट करने आए बदमाशों ने सास को मार डाला। उसके बदन पर तेजाब फेंककर फरार हो गए।
हत्या, लूटपाट का दर्ज हुआ मुकदमा आशुतोष की सूचना पर मर्डर, लूटपाट, जानलेवा हमले सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज करके पुलिस जांच में जुट गई। पोस्टमार्टम में महिला की मौत गला घोंटने से बताई गई। गला घोंटने के बाद बदमाशों ने बुजुर्ग के मुंह में मूंगफली ठूंसा। बुजुर्ग के बदन को एसिड से जला दिया। घटना की शुरूआती जांच में पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला। जांच में सामने आया कि वारदात के करीब 10 दिन पहले एसिड कसबे से खरीदा गया था। ज्वेलरी साफ करने वाला एसिड अक्सर घर में रखा रहता था। उधर, घर से एक लाख 20 हजार रुपए लूटने के मामले की पोल खुल गई। व्यापारी की छोटी बहन एकता ने यह रकम बैंक में जमा करा दिया था। सास- बहू के रिश्ते में आ गई थी खटासपुलिस को जांच में कामयाबी मिली। लेकिन एक पुलिस अधिकारी ने रास्ता रोक दिया। तेजाब हमले में झुलसी शिल्पी को वाराणसी ले जाया गया। कुछ दिनों तक दो कांस्टेबल भी उसकी सुरक्षा में लगे रहे। उपचार के बाद शिल्पी अलग- अलग कहानी सुनाती रही। पुलिस का कहना है कि मृतका बिंदू देवी से शिल्पी के संबंध अच्छे नहीं थे। घर में प्रापर्टी को लेकर भी कुछ कहासुनी हुई थी। खुलासे के बेहद करीब पहुंचने के बाद भी पुलिस अटक गई। तीन माह बाद वारदात का राजफाश नहीं हो सका।
घटना की जांच पड़ताल चल रही है। वारदात में तमाम बिंदुओं पर जांच पड़ताल की गई। इस मामले का जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा। प्रदीप कुमार, एसएसपी