बैकलॉग के चलते गोरखपुराइट्स को झेलनी पड़ रही है परेशानी
-सिटी की गैस एजेंसी पर बैकलॉग के चलते गोरखपुराइट्स को लगाने पड़ रहे हैं एजेंसी के चक्कर
-एलपीजी कंज्यूमर्स को राहत देने के लिए बाटलिंग प्लांट का शिलान्यास GORAKHPUR: एक तरफ पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) इंडेन के एलपीजी बांटलिंग प्लांट का शिलान्यास कर रहे थे तो वहीं एलपीजी कंज्यूमर्स सिटी में बैकलॉग की मार झेल रहे थे। आलम यह था कि सिटी की ज्यादातर एजेंसीज पर एलपीजी कंज्यूमर्स डिलीवरी के लिए सिफारिश करते रहे, लेकिन इन कंज्यूमर्स के लिए न तो गैस एजेंसी मालिक का दिल पसीजता है और ना ही डिस्ट्रिक्ट सप्लाई डिपार्टमेंट इनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई करता है। बैकलॉग से जूझ रहे कंज्यूमर्सगोरखपुर व आसपास के जिले में एलपीजी की किल्लत न हो इसके लिए पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेद्र प्रधान ने बाटलिंग प्लांट का उद्घाटन किया। वहींवर्तमान में एलपीजी की यह स्थिति है कि एजेंसीज लंबे बैकलॉग से जूझ रही है। बैकलॉग की स्थिति यह है कि सिटी की ज्यादातर गैस एजेंसीज पर फ्-भ् हजार तक का बैकलॉग है। इस तरह ख्ख्,700 से ज्यादा टोटल बैकलॉग है। बैकलॉग की मेन वजह पेट्रोलियम कंपनियों की तरफ से हाल ही में एलपीजी बुकिंग कैंसिल को करना बताया जा रहा है।
केस वनमोहद्दीपुर में किराए पर रहने वाले सुरेश दुबे बताते हैं कि उनका एलपीजी कनेक्शन चरगांवा स्थित सौरभ गैस एजेंसी के यहां है। कंज्यूमर नंबर भ्ख्8म्098फ् है। उन्होंने दिसंबर में गैस की बुकिंग कराई थी। कई बार एजेंसी के चक्कर लगाने के बाद भी पर्ची नहीं काटी गई।
केस टू कालिंदी गैस सर्विस के कंज्यूमर धीरेंद्र कुमार बताते हैं कि उनका कंज्यूमर नंबर ख्0क्0ब् है। उन्होंने ख्भ् दिसंबर ख्0क्ब् को बुकिंग कराई थी, लेकिन अभी तक सिलेंडर की डिलीवरी नहीं कराई गई है। जब गैस एजेंसी के मालिक से बात करो तो वे सीधे मुंह बात नहीं करते। गैस एजेंसी बैकलॉग अशोका गैस सर्विस फ्,800 महेंद्रा गैस सर्विस ख्,फ्भ्0 शुक्ला गैस एजेंसी ख्,800 कालिंदी गैस एजेंसी फ्,700 गंगा गैस सर्विस फ्,900 सौरभ गैस सर्विस फ्,8ब्फ्सुशीला गैस सर्विस ख्,फ्ख्9
टोटल ख्ख्,7ख्ख् नोट - इसके अलावा दर्जनों कई ऐसी एजेंसियां हैं जहां तीन हजार से ज्यादा का बैकलॉग है। सो रहे डिस्ट्रिक्ट सप्लाई के इंस्पेक्टर सिटी की चाहे कोई भी गैस एजेंसी हो। इनके मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी डिस्ट्रिक्ट सप्लाई डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर की है। इसके साथ ही पेट्रोलियम कंपनियों के फील्ड ऑफिसर की पैनी नजर भी होती है। ये दोनों अधिकारी न तो इन गैस एजेंसी पर कोई कार्रवाई करते हैं और ना ही इन पर कोई जुर्माना चार्ज करते हैं। कई कंज्यूमर्स का तो यह भी मानना है कि इन्हीं की शह पर गैस एजेंसी वाले कंज्यूमर्स से मिसबिहैव करते हैं। वर्जन बैकलॉग को कम करने के लिए प्रयास जारी है। जल्द ही इस समस्या से गोरखपुराइट्स को निजात मिल जाएगी। इसके लिए फील्ड ऑफिसर्स हर एक एजेंसी पर नजर रख रहे हैं। चेतन पटवारी, एरिया मैनेजर, आईओसी वर्जन बैकलॉग की समस्या से जल्दी है निजात मिलेगी। रहा सवाल गैस एजेंसीज द्वारा मिसविहेव का तो कंज्यूमर्स इसकी कंप्लेंट डिस्ट्रिक्ट सप्लाई डिपार्टमेंट में करें। कमलनयन सिंह, डीएसओ, डिस्ट्रिक्ट सप्लाई डिपार्टमेंट