- काले आटो पर कार्रवाई का ऑटो एसोसिएशन कर रहा विरोध

- 4 जनवरी को आरटीओ कार्यालय पर करेंगे धरना- प्रदर्शन

- सिटी में अभी भी चल रहे काले आटो, पुलिस कर रही कार्रवाई

GORAKHPUR: सिटी को सिस्टमेटिक करने के लिए 1 जनवरी से चलाए जा रहे अभियान शुरु होते ही ऑटो चालकों में खलबली मचने लगी है। तय नियम के अनुसार नए साल से सिटी में काले आटो का प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। बावजूद इसके अभी भी सिटी में काले आटो चलाए जा रहे हैं। इसपर पुलिस के चालान करने पर आटो चालकों ने इसका विरोध करना शुरु कर दिया है। 4 जनवरी को आरटीओ कार्यालय में आटो एसोसिएशन ने धरना देकर इसका पुरजोर विरोध करने की ठान ली है। इस कदम से पैसेंजर्स को परेशानी होनी तय है।

सिटी में चलने हैं ग्रीन ऑटो

बीते दिनों सिटी में जाम की समस्या आदि से निपटने के लिए कमिश्नर पी गुरु प्रसाद की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें यह तय किया गया कि एक जनवरी से सिटी में चलने वाले काले ऑटो सिर्फ सिटी के बार्डर तक ही आएंगे। इसके बाद सिटी के अंदर के लिए ग्रीन ऑटो चलेंगे। एक जनवरी से इस नियम का पालन कराते ही ऑटो एसोसिएशन ने इसका विरोध शुरु कर दिया है।

बड़े लोगों का बचाया जा रहा

वहीं गोरक्ष ऑटो आपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जेके द्विवेदी का कहना है कि ऑटो से जाम और प्रदूषण की बात करने वाले लोग कुछ बड़े लोगों को बचाने के लिए कमिश्नर को भ्रमित कर रहे हैं। इसका खमियाजा गरीब ऑटो चालकों को भुगतना पड़ रहा है। श्री द्विवेदी ने कहा कि सिटी में एक लाख से ज्यादा बाहरी डीजल गाडि़यों का प्रवेश होता है, जबकि काले आटो सिर्फ एक हजार ही हैं। तो ऐसे में सिर्फ गरीब ऑटो चालकों पर ही प्रशासन पाबंदी क्यों लगा रहा है।

Posted By: Inextlive