लो असलहे के लाइसेंस होने लगे कैंसिल
- प्रशासन ने शुरू किया लाइसेंस का निरस्तीकरण
- विभिन्न दफ्तरों में पेडिंग पड़े हैं एक लाख से अधिक आवेदन GORAKHPUR : जिले में लाइसेंसी असलहे का क्रेज जहां बरकरार है। वहीं पुराने लाइसेंस पर संकट गहराने लगा है। जिला प्रशासन ने असलहों का लाइसेंस रद करना शुरू कर दिया है। दो साल के भीतर असलहों के लाइसेंस तेजी से घटे हैं। एडीएम सिटी ने कहा जिनके लाइसेंस किन्हीं कारणों से वैध नहीं रह गए, उनको कैंसिल किया जा रहा है। फिलहाल, असलहे का लाइसेंस रद होने से लोग परेशान हैं। स्टेट्स सिंबल बन गया था लाइसेंसी असलहाजिले में लाइसेंसी असलहा रखने का क्रेज तेजी के साथ बढ़ा। लोगों ने धड़ाधड़ आवेदन जमा कराए। इसके साथ ही आर्म्स लाइसेंस की संख्या भी बढ़ गई। वर्ष 2012 में जिले में करीब 23 हजार 316 आर्म्स लाइसेंस थे। इसके अलावा करीब एक लाख से अधिक लोगों के आवेदन पेडिंग पड़े थे। डीएम दफ्तर से लेकर थाने तक फाइलें परत दर परत जमा होती गई। हाईकोर्ट से असलहे के लाइसेंस पर रोक लगने पर पूर्व डीएम रवि कुमार एनजी ने सख्ती की। उन्होंने आवेदन फॉर्म के वितरण पर रोक लगा दी।
तीन सौ से अधिक लाइसेंस हुए कैंसिलनए लाइसेंस जारी करने पर रोक लगने से जानमाल का खतरा जताने वाले लोगों को भी प्रशासन लाइसेंस नहीं जारी कर सका। एक तरफ लोग लाइसेंस के लिए चक्कर काटते रहे तो दूसरी तरफ प्रशासन ने लाइसेंस रद करना शुरू कर दिया। दो साल के भीतर करीब तीन सौ लाइसेंस कैंसिल हो गए हैं। इससे उन लोगों की परेशानी बढ़ गई है जो लोग लाइसेंस का वरासत कराना चाहते थे। इसके अलावा लाइसेंस में गड़बड़ी पाए जाने, शस्त्रधारी के बुजुर्ग होने, पुलिस में शिकायत दर्ज होने के कारण से लाइसेंस कैंसिल किए जा रहे हैं।
सभी आवेदकों के शस्त्र लाइसेंस की जांच पड़ताल कराई जा रही है। किसी तरह की गड़बड़ी सामने पर लाइसेंस कैंसिल किए जा रहे है। इनमें तमाम ऐसे हैं जिनके ओनर की मौत हो चुकी है। बीएन सिंह, एडीएम सिटी