डेढ़ लाख में से 40 हजार के मीटर स्लो
- आई नेक्स्ट के पास आने लगे पब्लिक का फोन
- एक साल में 15 हजार बचाने का देते हैं लालच GORAKHPUR : सिटी में बिजली चेकिंग का अभियान शुरू होते ही धड़ाधड़ मीटर से छेड़छाड़ करके बिजली चोरी के मामले सामने आए। आई नेक्स्ट ने इस मुद्दे की तहकीकात की। पड़ताल में पता चला कि बिजली विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से मीटर स्लो करने का खेल चलता है। कंज्यूमर्स को लालच दिया जाता है कि मीटर स्लो कर साल भर में वे क्भ्-ख्0 हजार रुपए बचा सकेंगे। झांसे में आकर कंज्यूमर्स?उनके जाल में फंसकर मीटर स्लो करवा लेते हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों की मानें तो सिटी में करीब ब्0 हजार कंज्यूमर्स के मीटर स्लो किए गए हैं। इन सभी की जांच की जा रही है।केस क्- बेतियाहाता के रहने वाले मनोज सिंह के यहां फरवरी ख्0क्फ् में बिजली मीटर स्लो किया गया। उससे पहले उनके यहां हर माह ख् हजार रुपए का बिल आता था। मीटर स्लो करने वाले ने उन्हें 800 से 900 रुपए का बिल आने का आश्वासन दिया। इस तरह उन्होंने साल भर में करीब क्ब्ब्00 रुपए की बिजली चोरी की।
केस ख्- मोहद्दीपुर में दो दिन पहले चेकिंग में एक दुकान का मीटर स्लो मिला। उस दुकानदार ने बताया कि अगस्त ख्0क्फ् में दुकान लेने के बाद नया मीटर लगा। मीटर लगने के बाद नवंबर में ब्भ्सौ रुपए का बिल आया। उसके बाद मीटर स्लो किया गया। दिसंबर ख्0क्फ् से उनका बिल हर माह ख्ख्00 से ख्भ्00 रुपए आने लगा। इस तरह उन्होंने साल भर में करीब ख्ब् हजार रुपए की बिजली चोरी की।
ब्0 हजार कंज्यूमर्स के मीटर स्लो महानगर विद्युत वितरण निगम के एसई एसपी पांडेय ने बताया कि सिटी में लगभग कुल क्.ब्फ् लाख कंज्यूमर्स हैं। इसमें लगभग फ्भ् से ब्0 हजार कंज्यूमर्स के मीटर स्लो हैं। जिस तरह से चेकिंग में मीटर स्लो होने के मामले सामने आ रहे हैं, उनको देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि बिजली विभाग को हर माह म् से 7 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। इस चेकिंग से बिजली विभाग को अपना राजस्व तो मिल ही रहा है, कंज्यूमर्स को भी दोगुना जुर्माना भरना पड़ रहा है। बिजली चोरी के नेक्सस की भी पोल खुल रही है। जुर्माना ले लो, पर चेकिंग न करोबिजली विभाग की टीम में पकड़े जाने के बाद लोगों को अपनी बेइज्जती का डर सताने लगा है। एसडीओ राप्तीनगर का कहना है कि चेकिंग में कई कंज्यूमर्स खुद ही बिजली चोरी की बात स्वीकार कर रहे हैं। कंज्यूमर्स कहते हैं कि बिजली चेकिंग अभियान में चोरी पकड़ी जाने पर बहुत अधिक बदनामी हो रही है। ऐसे में वह खुद ही बता रहे हैं हमने इतने दिन पहले दो रेजिस्टेंस लगाया था। आप मेरा मीटर बदल दीजिए, लेकिन चेकिंग मत कीजिए।