महिला शरणालय भेजी गई अंतिमा
- ससुरालियों का इंतजार कर रही पुलिस
GORAKHPUR: नाबालिग के प्यार में गोरखपुर आई वाराणसी की अंतिमा को पुलिस ने महिला शरणालय भेज दिया। तीन दिनों तक वह महिला थाना पर रखने के बाद पुलिस ने कदम उठाया। एसपी हेमंत कुटियाल ने कहा कि अंतिमा के घरवालों का इंतजार किया जा रहा है। उसके ससुरालियों को सूचना दी गई थी। वहीं अभी तक किसी भी एनजीओ या महिला मामलों की देखरेख करने वाली कोई भी संस्था अंतिमा की मदद को सामने नहीं आई।कैंपियरगंज एरिया के जंगल बिहुली का एक किशोर सूर्यकुंड में रहकर तैयारी करता है। वाराणसी की अंतिमा से एक साल पहले उसकी मोबाइल पर बातचीत शुरू हुई। दोनों के बीच नजदीकी बढ़ने पर छात्र वाराणसी पहुंच गया। युवती से दो तीन बार मुलाकात की। इसके बाद सारनाथ मंदिर में उससे शादी करके अपने साथ ले आया। हॉस्टल में दोस्तों को बताया कि उसकी पत्नी है। करीब पांच माह तक युवती उसके साथ रही। घरवालों का दबाव बढ़ने पर छात्र ने युवती को वाराणसी पहुंचा दिया। खुद हॉस्टल छोड़कर गांव चला गया। युवती के माता-पिता नहीं है। चाचा-चाची ने उसकी शादी की थी। उन लोगों ने युवती को अपने साथ रखने से मना कर दिया। दरवाजे बंद होने पर वह दोबारा गोरखपुर आ गई। ख्ख् मई की शाम हॉस्टल जाकर उसने छात्रों को पीड़ा बताई। ख्फ् मई की सुबह हॉस्टल में रहने वाले छात्र उसको लेकर महिला थाना पहुंचे। वहां पुलिस ने जब आरोपी को बुलाया तो नाबालिग होने से मामला बिगड़ गया। तीन दिनों तक महिला थाना में रखने के बाद पुलिस ने अंतिमा को महिला शरणालय भेज दिया।
अंतिमा के घरवालों का इंतजार किया जा रहा है। इसलिए उसको बेतियाहाता स्थित महिला शरणालय भेज दिया गया है। उसके फैमिली मेंसर्ब के आने पर आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। हेमंत कुटियाल, एसपी सिटी