कुत्ता काटे तो यहां न आना..
- जिला अस्पताल में एंटी रैबीज वैक्सीन खत्म होने से लौट रहे पेशेंट
- बुधवार को भी लौटाए गए 50 से अधिक पेशेंट GORAKHPUR: यदि किसी परिचित को कुत्ता काट लें तो जिला अस्पताल जाने की सलाह फिलहाल न दें। क्योंकि यहां एंटी रैबीज वैक्सीन पूरी तरह खत्म हो गई है। बुधवार को करीब 50 पेशेंट लौटा दिए गए। उधर अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जरूरत के हिसाब से आपूर्ति नहीं होने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। चस्पा कर दी सूचनाबुधवार कीे सुबह 9 बजे से ही जिला अस्पताल के एंटी रैबीज कक्ष में मरीजों के आने का सिलसिला जारी रहा। इससे पहले ही एंटी रैबीज खत्म होने की सूचना कक्ष के बाहर चस्पा कर दी गई थी। पेशेंट्स सूचना पट पर ध्यान न देकर कक्ष के बाहर घंटों खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच एक हेल्थ कर्मी ने बताया कि एंटी रैबीज खत्म हो गया हैआने के बाद ही लगाई जाएगी। यह सुनकर दूर दराज इलाके से आए मरीज और तीमारदार परेशान होकर लौट गए।
सीएचसी व पीएचसी पर संकटजिला अस्पताल में ग्रामीण व सिटी इलाके से रोजाना एंटी रैबीज बैक्सीन लगवाने के लिए 50 से 60 मरीज आते हैं। लेकिन बैक्सीन की संकट की वजह से उन्हें मायूसी हाथ लगी। वहीं सीएचसी और पीएचसी पर भी वैक्सीन का संकट है। इस दशा में इस एरिया के ज्यादातर मरीज जिला अस्पताल पर ही निर्भर थे लेकिन अस्पताल में भी इंजेक्शन खत्म होने की वजह से मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है।
कॉलिंग सुबह ही इंजेक्शन लगवाने के लिए अस्पताल आ गया। दो इंजेक्शन लग चुका है तीसरा लगवाना था लेकिन एंटी बैक्सीन खत्म होने की वजह से नहीं लग पाया। हेल्थ एंप्लाई ने वैक्सीन आने पर आने को कहकर लौटा दिया। आर्यन, झंगहा दरवाजे पर कुत्ते ने काट लिया था। सीएचसी और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एंटी रैबीज वैक्सीन न होने के नाते जिला अस्पताल भेजा गया। दो इंजेक्शन लगाया जा चुका है। तीसरा लगना था लेकिन अब कह रहे हैं कि वैक्सीन नहीं है। अरुण, सोनबरसा एरिया में आवारा कुत्तों का आतंक है। साइकिल से घर जा रहा था। इसी बीच कुत्ते ने पैर में काट लिया। जिला अस्पताल में एक एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई गई। आज दूसरा लगना था लेकिन इंजेक्शन खत्म है, कहकर लौटा दिया। अब्दुल, घंटाघर वर्जन एक हफ्ता पहले ही वैक्सीन की डिमांड भेजी गई है। जल्द ही उपलब्ध करवा लिया जाएगा।- डॉ। एचआर यादव, एसआईसी जिला अस्पताल