कुत्ता काटे तो रैबीज की वैक्सीन के लिए दौड़ते रह जाओगे
- रूरल एरिया में नहीं मिल रहा एंटी रैबीज की वैक्सीन
- डॉक्टर्स लौटा रहे मरीज, जिला अस्पताल के भरोसे स्वास्थ्य केंद्र GORAKHPUR: अगर आप ग्रामीण इलाकों में रहते हैं और आपके इलाके में कुत्तों का आतंक है, तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। ग्रामीण एरिया में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रैबीज वैक्सीन का टोटा है, जिसकी वजह से सैकड़ों मरीज रोजाना वापस लौट रहे हैं। हालत यह है कि ग्रामीण इलाकों की भीड़ ने इन दिनों जिला अस्पताल का रुख कर लिया है, जिसकी वजह से यहां रैबीज इंजेक्शन लगवाने के लिए मरीजों की लंबी लाइन लग रही है। इस मामले में जिम्मेदारों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जल्द वैक्सीन उपलब्ध कराने का दावा किया है। लौटाए जा रहे मरीजजिला अस्पताल में शनिवार को स्वास्थ्य केंद्रों से लौटाए गए नए पेशेंट्स की संख्या ज्यादा रही। शनिवार की बात करें तो जिला अस्पताल व ग्रामीण इलाकों को मिलाकर सौ से अधिक लोगों को एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई गई। सोर्सेज की मानें तो इसमें से आधे से ज्यादा मरीज ग्रामीण इलाकों के थे। ऐसा तब हो रहा है जब शासन का सख्त आदेश है कि सरकारी अस्पतालों में किसी भी दशा में एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई जाए। वहीं शासन ने नियम तय करते हुए पुराने आदेश पर वैक्सीन को दवा के बजट में ही शामिल कर लिया है।
लगाए जाते हैं तीन डोज कुत्ता काटने के बाद एंटी रैबीज वैक्सीन लगाई जाती है। पेशेंट्स को इसका तीन डोज लगवाना पड़ता है। पहला डोज जिस दिन कुत्ता काट लेता है, उसी दिन, दूसरी डोज तीसरे दिन और तीसरी डोज सातवें दिन लगाई जाती है। मार्केट में 350 रुपए हिसाब से तीन डोज की कीमत करीब एक हजार रुपये है। पैसा बचाने के लिए अधिकांश लोग सरकारी अस्पताल का सहारा लेते हैं, जिससे यहां वैक्सीन लगवाने वालों की तादाद काफी ज्यादा हो जाती है। भटहट पर नहीं है वैक्सीनप्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटहट पर इन दिनों एंटी रैबीज की वैक्सीन का टोटा है। इसकी वजह से पेशेंट्स को मजबूरन जिला अस्पताल आना पड़ रहा है। भटहट की शकुंतला देवी की बेटी को दो रोज पहले कुत्ते ने काटा था। वह वैक्सीन लगवाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र का चक्कर लगा रही थी, लेकिन रैबीज की वैक्सीन न होने की वजह से उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया। सूत्रों की मानें तो ऐसे कुछ स्वास्थ्य केंद्र है जहां वैक्सीन होने के बाद भी मरीजों को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर देते हैं। लिहाज इस दशा में मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
यह हर रोज के आंकड़े दिन मरीज की संख्या नए मरीज की संख्या 23 अप्रैल 125 50 21 90 39 20 96 39 19 105 30 16 135 48 15 116 2614 93 27
13 99 31 12 136 34 11 235 53 (नोट : जो डेट मेंशन नहीं है, उस दिन अस्पताल बंद थे.) सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर एंटी रैबीज की वैक्सीन मुहैया कराई गई है। जहां नहीं है वहां तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा। इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्रों की प्रॉपर मॉनीटरिंग भी की जाएगी कि कहां दिक्कत है। उसे दूर करने का पूरा प्रयास किया जाएगा। डॉ। रविंद्र कुमार, सीएमओ