रेलवे स्टेशन पर फिर बिकने से बचे दो बच्चे
- एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट कर रही जांच
- बिहार बार्डर पर एक्टिव गैंग करा रहा तस्करी GORAKHPUR: रेलवे स्टेशन पर गुरुवार की दोपहर लावारिस हाल घूम रहे दो बच्चों को एनजीओ ने बरामद किया। एनजीओ की सूचना पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के लोग बच्चों को अपने साथ ले गए। बुधवार की शाम दोनों बच्चों को कप्तानगंज की ओर से गोरखपुर लाया गया था। मानव तस्करी के संदेह में पुलिस दोनों से बातचीत करके उनके परिवार के लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। इनके अलावा तीन अन्य बच्चे भी लावारिस घूमते पाए गए। इसके पहले 29 अप्रैल को मानव तस्करी के लिए ले जा रहे पांच बच्चे बरामद किए गए थे। छोड़ गया था संदिग्धसेफ सोसायटी संस्था की महिला सदस्य रेलवे स्टेशन पर थीं। उनकी नजर लावारिस हाल दो बच्चों पर पड़ी। बच्चों से बातचीत में दोनों ने बताया कि बुधवार की शाम से दोनों रेलवे स्टेशन पर हैं। उनको कप्तानगंज से एक व्यक्ति अपने साथ ले आया था। खिलाने-पिलाने के बाद दोनों को स्टेशन पर छोड़कर चला गया। वह दोनों को प्लेटफॉर्म पर रहने की हिदायत देकर गया था। शक के आधार पर एनजीओ की मेंबर ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सूचना दी। इसके अलावा स्कूल ड्रेस में घूम रहे तीन अन्य बच्चे भी बरामद किए गए।
तीन महराजगंज, दो कुशीनगर के स्टेशन पर बरामद बच्चों में तीन महराजगंज और दो कुशीनगर जिले के रहने वाले हैं। तीन बच्चे घूमने के लिए भागकर गोरखपुर आ गए। लेकिन कुशीनगर के दोनों बच्चों को ट्रैफिकिंग के लिए ले आने की संभावना है। उनसे जानकारी लेकर यूनिट के मेंबर्स ने परिजनों को सूचना दे दी है। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के लोगों ने बताया कि इसके पहले बरामद पांच बच्चों को उनके घर भेज दिया गया है। बुधवार को चाइल्ड लाइन पहुंचे बच्चों के परिजन उनको अपने साथ ले गए। बच्चों को लाने वाले कैरियर के खिलाफ केस दर्ज करके पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था।