माइक्रो फायनेंस कंपनी फर्जीवाड़े का आरोप
- कर्मचारियों, एजेंट्स को पकड़कर किया पुलिस के हवाले
- बैंक रोड के शंकर कांप्लेक्स में चल रहा बर्डवान सनमार्ग का आफिस GORAKHPUR: माइक्रो फायनेंस कंपनी के आफिस में फर्जीवाड़े को लेकर खूब हंगामा हुआ। घटना सैटर्डे दोपहर करीब दो बजे हुई। फाइनेंस कंपनी से जुड़े एजेंट्स ने कर्मचारियों और अधिकारियों पर पब्लिक का पैसा हड़पने का आरोप लगाया। कंपनी के कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। बैंक से जुड़ा कोई जिम्मेदार व्यक्ति सामने आने को तैयार नहीं है। सीओ कैंट, एएसपी अजय पांडेय मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं। हंगामा होने पर पहुंची पुलिस, सबको ले गई थानेबैंक रोड स्थित शंकर कांप्लेक्स में बर्डवान सन्मार्ग, फाइनेंस कंपनी का आफिस है। सैटर्डे दोपहर वहां पहुंचे एजेंट्स भुगतान न होने पर हंगामा करने लगे। लोगों ने कंपनी के कर्मचारियों पर पब्लिक का जमा रुपया हड़पने का आरोप लगाया। कहा कि जमा कराए गए रुपयों की मेच्योरिटी के बाद भी भुगतान से मना किया जा रहा है। करीब तीन माह से यह खेल चल रहा है। इस वजह से एजेंट्स से पब्लिक भी झगड़ा कर रही है। पीडि़त लोगों से तहरीर लेकर पुलिस ने बैंक से जुड़े चार कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया। कर्मचारियों ने पुलिस को बताया कि ब्रांच की डेवलपमेंट चल रही है। इसके मुख्य सूत्रधार सदानंद पांडेय हैं। उनसे बातचीत के आधार पर मामला सुलझ सकता है।
चार साल से चल रही है कंपनी, पूरे मंडल में फैलाया कारोबार कुशीनगर जिले के हाटा, भिसवा निवासी भीखू उर्फ रामबली यादव, सिद्धार्थनगर जिले के उसका बाजार, रेहरा निवासी राजेंद्र गुप्ता, गोरखनाथ एरिया के दशहरीबाग निवासी अमीन, हुमायूपुर मोहल्ले के अली मोहम्मद सहित कई लोगों ने बताया कि कंपनी चार साल से चल रही है। कंपनी में उनको एजेंट बनाकर कस्टमर्स से रुपए जमा कराने को कहा गया। हर एजेंसी ने अपना टारगेट पूरा करते हुए एक दो लाख से अधिक की रकम जमा कराई। रोजाना कस्टमर से रुपए कलेक्ट करके एजेंट्स बैंक में जमा कराते थे। इसके लिए एक साल का ब्याज क्क् प्रतिशत निर्धारित किया गया। कुछ दिनों में फायनेंस कंपनी का कारोबार मंडल में एक करोड़ रुपए से आगे पार कर गया। योगी मिलकर लगाई थी रुपए दिलाने की गुहारफायनेंस कंपनी में जमा रुपए का भुगतान न होने से पब्लिक अपने एजेंट्स को पीट रही है। एजेंट्स ने पुलिस को बताया कि फील्ड में उनकी कई बार पिटाई हो चुकी है। क्7 अक्टूबर को कुछ एजेंट्स ने सांसद योगी आदित्यनाथ से गोलमाल की शिकायत की। पब्लिक के फंसे रुपये दिलाने की गुहार लगाई। उधर हिरासत में लिए गए कर्मचारियों ने बताया कि जमा रुपयों की निकासी हो रही है.जमा रुपए के बदले एजेंट्स ने अपने कस्टमर्स को लोन दिलाया है। लोन की रिवकरी न होने से पेमेंट में प्रॉब्लम आ रही है। एजेंट्स को बताया गया था कि तीन माह तक जमा कराने पर लोन मिलेगा। ऐसे में यदि बैंक बंद हो जाता तो जालसाजी की बात सामने आती।
विवाद होने की सूचना पर फोर्स भेजी गई थी। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। फर्जीवाड़ा सामने आने पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जाएगी। सतेंद्र कुमार, एसपी सिटी