सड़क पर की धान और सिंघाड़े की रोपाई

सोनबरसा पिपराइच रोड पर घुटने तक लगा हुआ है पानी

कई वर्ष लगातार ग्रामीण कर रहे हैं इसको बनवाने की मांग

SONBARSA: (19 july)

बारिश होने से तालाब में तब्दील हुई सोनबरसा पिपराइच रोड से हो रही परेशानी को लेकर मंगलवार को लोगों का गुस्सा फुट पड़ा। सड़क को बनवाने को लेकर बार-बार प्रार्थना पत्र दे चुके ग्रामीणों ने विरोध का अनोखा तरीका अपनाया। बड़े बड़े पत्थर डालकर छोड़ी गई सड़क पर घुटने तक लगे पानी में ग्रामीणों ने धान और सिंघाड़े की रोपाई कर प्रशासन और जिम्मेदारों को आइना दिखाया। इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व सामाजिक कार्यकर्ता सत्यप्रकाश पाण्डेय ने किया। इस दौरान उनके साथ दर्जनों युवक मौजूद रहे।

एक घंटे में तय होती है 11 किमी की दूरी

सोनबरसा बाज़ार से पिपराइच तक खराब हो चुकी सड़क से क्षेत्र के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 11 किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों को एक घंटे से भी अधिक समय लग जाता है। कैथवलिया और बड़हरिया गांव के सामने तो स्थित बहुत ही खराब हो गई है। यहां दुर्घटना में कई लोगों की मौत हो चुकी हैं। वहीं दर्जनों लोग गिरकर बुरी तरह घायल हो चुके हैं।

2010 में बनी थी सड़क

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2010 में बनी सोनबरसा पिपराइच सड़क बनने के कुछ ही दिन बाद खराब होने लगी। इस सड़क की मरम्मत कराने के लिए क्षेत्र के लोगों ने कई बार प्रशासन और संबंधित विभाग के अधिकारियों से मुलाकात की। लेकिन अधिकारियों द्वारा ध्यान न देने के कारण दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है। एनएच 28 से जुड़ी इस 11 किलोमीटर की सड़क में जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे हो गए। जिससे आम दिनों में इस रास्ते से लोगों का निकलना कठिन हो जाता है।

ग्रामीणों में आक्रोश

समाजसेवी सत्य प्रकाश पाण्डेय ने बताया कि मामले को लेकर कई बार प्रशासन से लिखित शिकायत

कर चुके हैं। लेकिन जनता के लिए कार्य करने का दावा करने वाले जनप्रतिनिधि और अधिकारियों को यहां सैकड़ों के लोगों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं हैं। सड़क पर रोपाई के दौरान प्रदीप शर्मा, मनोज, सोहन पाण्डेय, अंगद, भीम चौहान, धर्मेन्द्र यादव, जयहिन्द यादव, दीनबन्धु यादव, नरसिह चौहान, ज्ञान प्रकाश पाण्डेय आदि मौजुद रहे।

Posted By: Inextlive