- मुंबई से तीन चार्टर्ड प्लेन से यूपी भेजे गए प्रवासी - एक्टर अमिताभ बच्चन और हाजी अली ट्रस्ट के सहयोग से लौटे घर - पहली बार प्रवासियों ने फ्लाइट से किया सफर GORAKHPUR: अंधेरी रातों में सुनसान राहों में एक मसीहा निकलता है जिसे लोग शहंशाह कहते हैं. जी हां हम सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की ही बात

- मुंबई से तीन चार्टर्ड प्लेन से यूपी भेजे गए प्रवासी

- एक्टर अमिताभ बच्चन और हाजी अली ट्रस्ट के सहयोग से लौटे घर

- पहली बार प्रवासियों ने फ्लाइट से किया सफर

GORAKHPUR: अंधेरी रातों में सुनसान राहों में एक मसीहा निकलता है जिसे लोग शहंशाह कहते हैं। जी हां हम सुपरस्टार अमिताभ बच्चन की ही बात कर रहे हैं। जो मुंबई में फंसे प्रवासियों के लिए सचमुच मसीहा बने। लॉकडाउन शुरू होने के बाद मुंबई में लाखों प्रवासी फंस गए जिनके लिए यूपी सरकार ने ट्रेन भी चलवाई। इसके बाद भी सभी प्रवासी अपने घर नहीं लौट सके। ऐसे प्रवासियों के लिए अमिताभ बच्चन ने पहल की है। यूपी के अलग-अलग जिलों के मुंबई में फंसे हुए प्रवासियों की लिस्ट बनाकर उन्होंने उन्हें बुधवार को तीन प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन से वापस भेजा। यूपी आया तीन में से एक चार्टर्ड प्लेन बुधवार सुबह मुंबई से उड़कर गोरखपुर पहुंचा। गोरखपुर एयरपोर्ट के बाहर आकर मुंबई से लौटे प्रवासियों ने अमिताभ बच्चन की खूब तारीफ की।

खाली लौटा चार्टर्ड प्लेन

बुधवार को सुबह करीब 7.30 बजे इंडिगो एयरलाइंस का चार्टर्ड प्लेन 184 पैसेंजर्स लेकर मुंबई से आया। इसके बाद खाली सीट के साथ प्लेन मुंबई वापस चला गया। वहीं गोरखपुर से डेली चलने वाली स्पाइस जेट एयरलाइंस की फ्लाइट मुंबई से 187 पैसेंजर्स लेकर आई और 43 यात्रियों को लेकर वापस रवाना हुई। इंडिगो की फ्लाइट में दिल्ली से 156 पैसेंजर्स आए और 96 पैसेंजर्स रवाना हुए। वहीं एयर इंडिया की फ्लाइट से 53 पैसेंजर्स आए और 35 पैसेंजर्स दिल्ली रवाना हुए। इस तरह कुल 765 पैसेंजर्स बुधवार को गोरखपुर एयरपोर्ट पर आए और यहां से 252 पैसेंजर्स रवाना हुए।

सोनू सूद ने की थी शुरूआत

दबंग जैसी हिट फिल्मों के साथ ही साउथ इंडियन फिल्मों के स्टार सोनू सूद मुंबई में फंसे प्रवासियों के लिए सबसे पहले मैदान में कूदे। उन्होंने सैकड़ों बसों को बुक कराकर मुंबई में फंसे प्रवासियों को अपने-अपने घर वापस भेजा। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर असली हीरो के नाम से हाइलाइटेड हो गए।

छोरा गंगा किनारे वाले ने पार लगाई नईया

गोरखपुर एयरपोर्ट पर बुधवार को मुंबई से आए प्रवासियों की जुबां पर केवल अमिताभ बच्चन का नाम था। मुंबई से लौटे एक प्रवासी ने यहां तक बोला कि छोरा गंगा किनारे वाला हीरो ही हम लोगों की नईया पार लगाया है नहीं हो तो हम मर ही जाते। चार्टर्ड प्लेन से आए अधिकतर प्रवासियों की हवाई जहाज से ये पहली यात्रा थी। दुख की घड़ी में प्रवासियों को ये उम्मीद नहीं थी कि कोई मसीहा बनकर आएगा और कुछ ही घंटों में उन्हें घर पहुंचा देगा। वहीं प्रवासियों के परिजन जो एयरपोर्ट पर रिसीव करने पहुंचे थे वे भी एक सुर में अमिताभ बच्चन का नाम लिए जा रहे थे।

वर्जन

सुबह एक प्राइवेट चार्टर्ड प्लेन मुंबई से आया है। कुछ लोगों ने बताया है कि इसे बुक कराकर अमिताभ बच्चन ने प्रवासियों को भेजा है। मैं उस समय एयरपोर्ट पर मौजूद नहीं था।

एके द्विवेदी, एयरपोर्ट डायरेक्टर

Posted By: Inextlive