Gorakhpur News : प्रसार भारती की जमीन पर नगर निगम का कब्जा!
गोरखपुर (ब्यूरो)।मामला नगर निगम परिसर स्थित प्रसार भारती से जुड़ा है। प्रसार भारती के कर्मचारियों के अनुसार नगर निगम उनकी जमीन को जबरन कब्जा करना चाह रहा है। बुधवार को नगर निगम की टीम पहुंची और उनकी जमीन पर जबरन ट्रांसफार्मर और जनरेटर रखने का दबाव बनाने लगे। विरोध पर गेट में ताला बंद करने लगे। हंगामा करने पर उन्होंने गेट के सामने कूड़ा गाडिय़ां और बाइकें खड़ा करा दीं, जिससे प्रसार भारती से जुड़े कर्मी परिसर में कैद रहे। हंगामा करने के बाद नगर निगम की गाडिय़ां हटाई जा सकीं। जबकि निगम अफसरों ने आरोप को बेबुनियाद बताया। नगर निगम रखवाना चाहता है ट्रांसफॉर्मर और जनरेटर
बताया जा रहा है कि नगर निगम अपने परिसर में स्थित प्रसार भारती के आकाशवाणी की जमीन के हिस्से पर ट्रांसफार्मर और जनरेटर रखना चाहता है। इसके लिए उसने विभाग को लेटर भी लिखा, लेकिन नगर निगम के अनुसार कोई जवाब नहीं मिला। हालांकि नगर निगम जमीन को अपने कब्जे में लेने की कवायद में जुटा रहा। कई बार की कोशिशों के बाद भी उसे सफलता नहीं मिल सकी। गेट पर गाडिय़ां रखने से प्रेगनेंट महिला फंसी
प्रसार भारती के कर्मचारियों के अनुसार नगर निगम ने जब गेट पर कूड़ा गाडिय़ां खड़ी करा दीं तो अंदर के कर्मचारी बाहर नहीं निकल पा रहे थे। इससे सुबह की शिफ्ट में आई एक प्रेगनेंट महिला कर्मी घंटों परिसर में ही कैद रही। बाद में हंगामा और बढ़ा तब नगर निगम की टीम ने गाडिय़ां हटाईं। इसके बाद प्रेगनेंट महिला घर जा सकी। छह महीने से चल रही है तनातनी बताया जा रहा है कि निगम छह महीने से प्रसार भारती की जमीन पर अपने इस्तेमाल में करने की कोशिश में लगा है। प्रसार भारती के कर्मचारियों ने बताया, नगर निगम की ओर से उन्हें हमेशा परेशान किया जाता रहा है। कभी गेट पर कूड़ा गाडिय़ां खड़ी कराके उन्हें निकलने नहीं दिया जाता है तो कभी नगर निगम का गेट ही बंद कर दिया जाता है। रात में तो निगम का मेनगेट बंद करके कर्मचारी लापता हो जाते हैं। इससे रात में आने और जाने वाले कर्मचारियों को घंटों उनका इंतजार करना पड़ता है। नगर निगम के दो अफसरों की कारस्तानी
आकाशवाणी कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम के दो अफसर इसके लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं। वह बार-बार दबाव बनाते हैं कि गेट के अंदर वाली जमीन पर जनरेटर और ट्रांसफार्मर रखा जाएगा। विरोध पर देख लेने की धमकी देते हैं। कर्मचारियों ने कहा कि अगर जमीन चाहिए तो मंत्रालय में बात करें, वहां से अगर आदेश हो जाएगा तो उन्हें कोई गुरेज नहीं है। नगर आयुक्त से आज मुलाकात करेगा प्रतिनिधिमंडल मामले को लेकर गुरुवार को दूरदर्शन और आकाशवाणी कर्मचारियों और अफसरों का प्रतिनिधिमंडल नगर आयुक्त से मुलाकात करेगा। नगर आयुक्त को एक पत्र देकर पूरे मामले से अवगत कराते हुए शीघ्र निपटारे की अपील की जाएगी। प्रसार भारती की जमीन को कब्जाने के लिए नगर निगम गुंडई कर रहा है। बुधवार को तो हद हो गई। नगर निगम जबरन जमीन पर कब्जा करना चाहता है, विरोध पर हमेशा परेशान कर रहा है। नगर आयुक्त से बात करने पर वह बताते हैं कि उन्हें मामले में कुछ भी मालूम नहीं है। ओमप्रकाश त्रिपाठी, सहायक निदेशक, अभियान तृतीय, प्रसार भारती आरोपी पूरी तरह से बेबुनियाद है। नगर निगम कोई जमीन कब्जा नहीं कर रहा है। उसके पास खुद की बहुत जमीन है। दुर्गेश मिश्र, अपर नगर आयुक्त