तय हुई जिम्मेदारी, सब करेंगे निगरानी
- हत्या के मामले खुद देखेंगे एसएसपी
- जालसाजी, धोखाधड़ी एसपी के हवाले GORAKHPUR: जिले के विभिन्न थानों में दर्ज मुकदमों के निस्तारण के लिए एसएसपी अनंत देव ने सभी पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय कर दी है। हत्या के मामलों में विवेचना की निगरानी एसएसपी खुद करेंगे। अमानत में खयानत, जालसाजी, धोखाधड़ी के अपराधों की मानीटरिंग एसपी सिटी और एसपी ग्रामीण के जिम्मे होगी। हत्या के 85 मामलों की जांचजिले में हत्या के 85 मामलों की विवेचना चल रही है। निर्धारित समय में विवेचना न होने से चार्जशीट और फाइनल रिपोर्ट कोर्ट भेजने में देरी हो रही है। इससे मुकदमों का ट्रायल समय से शुरू नहीं हो पा रहा है। सोमवार को जारी निर्देश में एसएसपी ने पेडिंग चल रहे हत्या के 85 मामलों की निगरानी की जिम्मेदारी खुद ली। अमानत में खयानत, धोखाधड़ी, जालसाजी के मुकदमों की मानीटरिंग एसपी सिटी और एसपी ग्रामीण को करने को कहा।
अन्य मुकदमों को देखेंगे सीओएसएसपी ने सभी सर्किल के सीओ की जिम्मेदारी भी तय कर दी है। हत्या के प्रयास, दहेज उत्पीड़न, अनुसूचित जाति सहित अन्य धाराओं में दर्ज मुकदमों की मानीटरिंग का जिम्मेदार सर्किल आफिसर को सौंपा है। एसएसपी का मानना है कि हर स्तर से मानीटरिंग होने पर पेडिंग मामलों के निस्तारण में तेजी आएगी। विवेचना में आने वाली कमियों को भी दुरुस्त किया जा सकेगा। इस दौरान विवेचना के हर पहलू पर नजर रखी जाएगी।
वर्जन मुकदमों का समयबद्ध निस्तारण करने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है। हर मामले की ठीक से निगरानी हो सकेगी। अनंत देव, एसएसपी