Gorakhpur News : बरसात में रहे अलर्ट, सांप काटे तो तत्काल पहुंचे अस्पताल
गोरखपुर (ब्यूरो)।अस्पताल में अभी एक हजार वायल एंटी स्नैक वेनम उपलब्ध है। बरसात में सांप काटने के बढ़ते मामलों को देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने 100 वायल इमरजेंसी में रखवा दी है। यदि आप को सांप ने काटा है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं, समय रहते जिला अस्पताल पहुंचे। ताकि आपकी जान बचाई जा सके। एक घंटे में लगवा लें इंजेक्शनजिला अस्पताल के इमरजेंसी इंचार्ज ईएमओ डॉ। शहनवाज ने बताया कि बरसात में सांप काटने के मामले तेजी से बढ़ जाते हैं। इसकी वजह सांपों के छिपने वाली जगहों पर पानी भर जाता है और वह बाहर निकलने को मजबूर हो जाते है। वैसे तो 90 परसेंट सांप जहरीले नहीं होते हैं, लेकिन हर सांप के काटने के बाद डॉक्टर से इलाज कराना जरूरी है। सांप काटने एक घंटे के अंदर सरकारी अस्पताल में इसका इंजेक्शन लगवाएं। इसमें पैनिक नहीं होना चाहिए।
दांत के निशान तो जहरीला सांप
पूरे बॉडी में जहर फैलने में करीब एक घंटे का समय लगता है। यह बात तब लागू होती है जब पैरों में सांप ने काटा है। अगर सिर वाले हिस्से में काटा है तो अधिक तेजी से जहर फैलता है। इसलिए तत्काल डॉक्टर को दिखाएं। अगर सांप के काटने वाली जगह दो दांत के निशान हैं, तो समझें कि यह अधिक जहरीला सांप है। बिना देरी किए अस्पताल ले जाकर इलाज लें। तारीख संर्पदंश के शिकार 24 जुलाई 02 23 जुलाई 0222 जुलाई 0121 जुलाई 0120 जुलाई 0219 जुलाई 0118 जुलाई 01सांप काटने के बाद क्या करें -काटे हुए जगह पर टाइट कपड़े न बांधे, हल्का कपड़ा बांध सकते हैं। -जहर को चूसकर निकालने की कोशिश न करें, इससे फायदा नहीं। -काटी हुई जगह पर जहर निकालने के लिए कोई कट न लगाएं -तीखी मिर्च, अल्कोहल, चाय या कॉफी बिल्कुल भी न पीएं। इससे जहर तेजी से फैल सकता है।-किसी तरह का ठंडा, गर्म सिकाई न करें। न ही कोई क्रीम या जड़ी-बूटी ही लगाएं।
-दो तरह के सांप होते हैं। एक के काटने से लकवे जैसे लक्षण और दूसरे के काटने से ब्लीडिंग होती है। दोनों में ही गंभीरता दिखाएं। क्या करें -दर्द के लिए कोई दवा अपने मन से न दें। इससे ब्लीडिंग बढ़ सकती है। इससे जुड़े किसी अंधविश्वास के चक्कर में भी न पड़े। जान जा सकती है। -घायल को जितना हो सके स्थिर रखें। इससे जहर बॉडी में फैलने से रोक सकते हैं। जितना जल्दी हो सके पास के अस्पताल ले जाएं। -अगर पीडि़त ने टाइट कपड़े या गहने पहने हैं तुरंत उतार दें। घाव को ढीली और साफ पट्टी से कवर करें। सांप के काटने के समय का ध्यान रखें। -जहां पर काटा हो उस हिस्से को हार्ट के लेवल से नीचे रखें।-घायल को शांत रखने की कोशिश करें, जिससे उसे शॉक लगने से बचाया जा सके। दूसरी प्रॉब्लम हो सकती है। बरसात व बाढ़ को देखते हुए अस्पताल में सर्पदंश के इलाज की पूरी व्यवस्था है। अभी एक हजार वायल स्टोर में है, 100 वायल इमरजेंसी में रखवा दी गई है। - डॉ। राजेंद्र ठाकुर, एसआईसी