एक बार फिर माफिया अजीत शाही का नाम चर्चा में आया है. हालांकि माफिया वर्तमान समय में जेल में बंद है. इस बार अपने साथियों की करतूत की वजह से माफिया चर्चा में आया है.


गोरखपुर (ब्यूरो)।रेलवे कोऑपरेटिव बैंक में घुसकर रंगदारी मांगने के मामले में कर्मचारियों ने एडीजी से रविवार को मुलाकात कर एक प्रार्थना पत्र देकर मुकदमे में सुलह और वापस लेने का दबाव बनाने हुए धमकी देने का आरोप लगाया है। माफिया के साथी बना रहे प्रेशरकर्मचारियों का कहना है कि 12 मई को शाहपुर थाने में दर्ज केस में माफिया अजीत शाही को छोड़कर अन्य तीन आरोपियों में दो अनिल सिंह विशेन, कौशल कुमार शाही उर्फ बमभोले शाही दबाव बना रहे हैं। यह लोग शातिर किस्म के हैं और अपराधियों से सीधा संपर्क हैं। एडीजी ने पूरे प्रकरण का जांच का आदेश दिया है। बैंक कर्मचारियों ने दिया प्रार्थना पत्र
बैंक कर्मचारियों की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र में लिखा गया है कि 12 मई को रेलवे कोऑपरेटिव बैंक में घुसकर माफिया अजीत शाही, अनिल सिंह विशेषन, कौशल कुमार शाही आदि ने रंगदारी मांगते हुए धमकाया था। पुलिस ने केस दर्ज करते हुए माफिया अजीत शाही को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य लोगों ने कोर्ट से अग्रिम जमानत हासिल कर लिया है। अब जमानत पाने के बाद यह लोग अलग-अलग तरीके से कर्मचारियों को धमका रहे हैं। कर्मचारियों पर मुकदमा को वापस लेने का दबाव बना रहे। आरोप है कि कौशल कुमार शाही बैंक में कार्यालय अधीक्षक के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन बैंक का कोई भी काम नहीं करते और न ही कभी कार्यालय आकर हस्ताक्षर करते हैं। एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि मामला में जांच कर पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।

Posted By: Inextlive