.. तो धुरियापार में बनेगा एम्स?
- एसडीएम गोला ने डीएम को भेज दी जमीन की रिपोर्ट
- धुरियापार में हैं 237 एकड़ से अधिक है जमीन, नहीं है कोई विवाद GORAKHPUR एम्स की स्थापना के लिए अब गोला क्षेत्र के धुरियापार में जमीन मिल गई है। धुरियापार चीनी मिल की जमीन इसके लिए उपयुक्त है। एम्स के लिए 200 एकड़ भूमि चाहिए जबकि चीनी मिल की 237 एकड़ जमीन है। इस पर कोई विवाद भी नहीं है। इससे इस पर एम्स बनने में कोई रोड़ा भी नहीं है। गुरुवार को जमीन का सर्वे करने के बाद उपजिलाधिकारी ने डीएम को रिपोर्ट भेज दी।गुरुवार को डीएम के निर्देश पर एसडीएम गोला के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने धुरियापार चीनी मिल स्थित जमीन का सर्वे किया। एम्स की स्थापना के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से 200 एकड़ जमीन की डिमांड की गई है। यहां करीब 237 एकड़ जमीन उपलब्ध है। धुरियापार चीनी मिल स्थित जमीन की वास्तविक स्थिति को जानने के लिए एसडीएम गोला नलिनी सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी। प्रशासनिक टीम ने जमीन के आलावा मिल क्षेत्र और बाहर पड़ने वाले काश्तकारों की जमीनों की स्थिति की रिपोर्ट भेज दी है।
चार स्थानों का हुआ था सर्वेइससे पहले एम्स के लिए जिले चार स्थानों का सर्वे हुआ था। जिसमें गन्ना शोध संस्थान के पास, सरदार नगर और धुरियापार चीनी तथा खुटहन गांव के पास स्थित स्थित जमीन का सर्वे हुआ था। जिसमें सिटी से नजदीकी को देखते हुए खुटहन गांव के पास स्थित जमीन का प्रस्ताव तत्कालीन डीएम ने शासन को भेजा था। अब खुटहन गांव की जमीन का मामला कोर्ट में लटकता देख सरकार और प्रशासन धुरियापार चीनी मिल स्थित जमीन की रिपोर्ट केंद्र को भेजने की तैयारी कर रहा है। सरदारनगर स्थित जमीन में भी विवाद होने का मामला सामने आया था वहीं गन्ना शोध संस्थान स्थित जमीन काफी कम है।
सुनवाई में लगा है खुटहन जमीन का मामला खुटहन गांव स्थित जमीन का विवाद हाईकोर्ट में हैं। ऐसे में उसमें टाइम लगने का अंदेशा है जिसको देखते हुए प्रशासन और सरकार धुरियापार चीनी मिल स्थित जमीन की ओर रूख कर रहा है। जिलाधिकारी गोरखपुर के निर्देश पर एम्स निर्माण के लिए धुरियापार चीनी मिल का सर्वे किया गया। चीनी मिल पर 237 एकड़ खाली जमीन उपलब्ध है। जिस पर कोई विवाद नहीं है। इसकी रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित कर दी गयी है। एनके सिंह, उपजिलाधिकारी गोला