बख्शने ने मूड में नहीं कुदरत
- तेज हवाओं के साथ जबरदस्त बारिश ने बढ़ाई पेरशानी
- आगे तीन दिनों तक खराब रहेगा मौसम का मिजाज द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र : इन दिनों कुदरत सभी को आजमाने में लगी हुई है। पहले जबरदस्त धूप फिर जबरदस्त बूंदाबांदी, उसके बाद भूकंप और अब फिर तेज हवाओं के संग घनघोर बरसात, कुदरत किसी भी तरह से लोगों को बख्शने के मूड में नहीं है। मौसम विभाग के प्रिडिक्शन पर निगाह डालें तो आगे भी दो दिनों तक मौसम साथ निभाने के मूड में भी नहीं दिख रहा है। जियोलॉजिस्ट प्रो। केएन सिंह की मानें तो भूकंप आने से चट्टानों में हुए हेरफेर की वजह से हिम स्ख्लन भी होना शुरू हो चुका है, वहीं साइक्लोनिक रेन ने उसकी स्पीड और बढ़ा दी है। ऐसे में मैदानी इलाकों में प्रॉब्लम बढ़ सकती है। ट्यूज्डे मार्निग से बदला मौसम का मिजाजमौसम के साथ कुदरत का कहर लोगों को तबाह करने पर उतारू है। फ्राइडे को हुई हल्की बरसात के बाद सैटर्डे को आए भूकंप ने सभी को हिलाकर रख दिया। अभी लोग कुछ संभलते कि संडे को दोबारा आए भूकंप ने हार्टबीट और बढ़ा दी। दो दिन लगातार आए भूकंप के झटकों से लोग अभी उबर ही रहे थे कि ट्यूज्डे को तेज हवाओं के साथ छाई घंघोर घटाओं ने उनका डर और बढ़ा दिया। सुबह में ही रात सा नजारा दिखने लगा। लोग अपनी गाडि़यों की लाइट जलाकर चलने को मजबूर नजर आए। हालांकि दिनभर बारिश न होने से लोगों ने राहत महसूस की, लेकिन मौसम के लगातार बदल रहे मिजाज का खौफ उनके चेहरे पर साफ नजर आ रहा था।