चंदन गैंग में रजिस्टर्ड हुआ अधिवक्ता
- पेशी के दौरान अधिवक्ता के मोबाइल से मांगी थी रंगदारी
- रंगदारी की रकम को भी ठिकाने लगाने का आरोप GORAKHPUR: लखनऊ जेल में बंद शातिर अपराधी चंदन सिंह के अधिवक्ता को भी पुलिस ने चंदन गैंग में रजिस्टर्ड कर लिया। पुलिस का मानना है कि पेशी पर आने के दौरान चंदन अधिवक्ता के ही मोबाइल से रंगदारी मांगता था। इतना ही नहीं रंगदारी की रकम को भी अधिवक्ता ठिकाने लगाते थे। चंदन गैंग में बदमाशों की संख्या अब 16 हो गई है। जिला महुली के बसहिया के रहने वाले अनिल यादव संतकबीरनगर में अधिवक्ता हैं। जांच के बाद हुई कार्रवाईचिलुआताल, कुशहरा के चंदन सिंह ने मुकदमों की पैरवी के लिए अधिवक्ता को नियुक्त किया था। आरोप है कि संतकबीरनगर में पेशी पर आने के दौरान चंदन सिंह ने अधिवक्ता के ही मोबाइल से कुछ लोगों से रंगदारी मांगी थी। पीडि़तों ने जब इसकी शिकायत पुलिस में की तो पुलिस ने उस नंबर की छानबीन शुरू कर दी। पड़ताल में पता चला कि नंबर अधिवक्ता का है। पुलिस का दावा है कि जब उस नंबर पर अधिवक्ता से संपर्क किया गया तो उन्होंने रंगदारी की रकम पहुंचाने की बात कही। अधिवक्ता ने अपने खाते से भी रंगदारी की रकम का संचालन किया था। छानबीन में इसकी पुष्टि होने के बाद पुलिस ने अधिवक्ता अनिल यादव को चंदन के रजिस्टर्ड गैंग में शामिल कर लिया। अधिवक्ता के रजिस्टर्ड होने के बाद चंदन के गैंग में बदमाशों की संख्या 17 हो गई थी लेकिन गिरोह के एक सदस्य अप्पू उर्फ अभिषेक की हत्या के बाद गिरोह में फिलहाल 16 सदस्य बचे हैं।
चंदन के गैरकानूनी कार्यो में अधिवक्ता की गतिविधियां संदिग्ध थी। इसकी पुष्टि होने के बाद उन्हें गैंग में रजिस्टर्ड किया गया है। - अनंत देव, एसएसपी