नहीं दिखी प्रशासन की हनक
- जिला पंचायत चुनाव का हाल
- वोटरों को लुभाने में लगे रहे एजेंट - विरोध किया तो मामला हुआ शांत GORAKHPUR: पंचायत चुनाव का दूसरा चरण सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशासन मुकम्मल व्यवस्था का दावा कर रहा था, लेकिन मंगलवार को हकीकत इसके उलट नजर आई। भटहट के लंगड़ी गुलरिहा मतदान स्थल पर एजेंट का बोलबाला रहा। प्रशासन के अफसर और पुलिसकर्मी अपने ही काम में मशगूल थे। यह देखकर प्रत्याशियों का गुस्सा फूट गया और विरोध करने पर मामला गरम हो गया। बाद में अफसरों ने किसी तरह से मामले को शांत कराया। सिंबल दिखाकर मांग रहे थे वोटभटहट ब्लॉक के लंगड़ी गुलरिहा, रामपुर बुजुर्ग, बरगदही प्राथमिक विद्यालय पर मतदान स्थल बनाया गया था। यहां तीन-चार बूथ बनाए गए थे। महिला और पुरूष अपने हाथ में पहचान पत्र, वोटर कार्ड, आधार कार्ड लिए हुए थे। वहीं प्रत्याशियों के एजेंट मेन गेट और अंदर तक वोटरों का रास्ता रोक उन्हें प्रत्याशियों का सिंबल बताने में लगे थे। सेक्टर मजिस्ट्रेट और पुलिस कर्मी के सामने यह सब कुछ हो रहा था लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं था।
चश्मा और ईटा पर मरिहा ठप्पाबूथ संख्या 174 पर 80 साल की धनवंती देवी एक महिला के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंचीं। तभी बगल में कुछ एजेंट भी आ गए। किसी ने कहा चश्मा पर वोट दिहा, तो किसी ने कहा ईटा पर ठप्पा मरिहा। बूथ से लेकर गेट तक यह सब चल रहा था।
दीवारों पर चस्पा था पोस्टर दीवारों पर प्रत्याशियों का पोस्टर चस्पा था, लेकिन किसी ने हटाने का प्रयास नहीं किया। जबकि प्रशासन की ओर से सख्त निर्देश था कि कहीं पर पोस्टर और बैनर लगा मिला तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह सच दीवारों पर दिख रहा था। सबकुछ चुनाव पर्यवेक्षक समेत सेक्टर मजिस्ट्रेट की नजरों के सामने था, लेकिन कोई जहमत उठाने को तैयार नहीं था। बाद में एक प्रत्याशी ने शिकायत की तो तत्काल दीवार पर चस्पा पोस्टर हटवाया गया। सुबह नहीं दिखी भीड़ नवरात्र का पहला दिन होने के चलते सुबह मतदान स्थल पर मतदाताओं की संख्या कम दिखी। 10 बजे तक बूथों पर सिर्फ 14 से लेकर 20 प्रतिशत ही वोट डाले गए थे। दोपहर बाद मतदाताओं की संख्या बढ़ गई। 3 बजे तक 45 प्रतिशत वोट पोल हुआ था।