बड़हलगंज में सास-बहू पर एसिड अटैक
- सास की मौत, बहू की हालत गंभीर
- महिला के देवर ने दी लूटपाट की सूचना GORAKHPUR: बड़हलगंज कसबे में फेमस बिजनेसमैन के घर में एसिड अटैक हुआ। बदमाशों ने सास और बहू पर एसिड फेंक दिया। घटना मंडे दोपहर करीब एक बजे हुई। एसिड अटैक में सास की मौके पर मौत हो गई जबकि बहू को हास्पिटल में एडमिट कराया गया है। घर में लूटपाट को लेकर एसिड फेंकने की बात सामने आई है। आईजी, डीआईजी, डीएम, एसपी ग्रामीण सहित कई अफसरों ने मौका मुआयना किया। घटना के संबंध में फैमिली मेंबर्स सही जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। कुछ खटकने वाले तथ्य सामने आने से पुलिस बारीकी से जांच में जुटी है। बाजार करने गोरखपुर आए थे दोनों भाईबड़हलगंज कसबे में कालेज रोड पर फेमस बिजनेसमैन संतोष अग्रवाल का मकान है। संतोष के बड़े बेटे अंकित और छोटे बेटे आशुतोष उर्फ सुशील कुमार बिनजेस करते हैं। आशुतोष के पास कई कंपनियों की एजेंसी हैं तो अंकित कपड़ों का कारोबार संभालते हैं। मकान में नीचे कपड़े की शॉप का गोदाम है। ऊपर की मंजिल में पूरी फैमिली रहती है। मंडे को कसबे में बंदी होने से अंकित और आशुतोष अपने चाचा सुशील के साथ गोरखपुर आ गए। अंकित की पत्नी शिल्पी, बीमार मां बिंदू उर्फ विंध्यवासिनी, ढाई साल का बेटा अर्थ और बहन एकता घर पर रह गई। सुबह एकता कोचिंग करने चली गई। दोपहर में उसकी मां और भाभी के साथ घटना हुई।
भैया बचा लो, मम्मी को मैं बचा नहीं पाई करीब पौने दो बजे अंकित के मोबाइल पर पत्नी शिल्पा ने फोन किया। उसने बताया कि बदमाशों ने घर में घुसकर लूटपाट किया। मम्मी और मुझ पर एसिड फेंक दिया है। सूचना मिलने पर अंकित को सांप सूंघ गया। उसने फौरन ही अपने पड़ोसी आनंद अग्रवाल को फोन किया। आनंद के कहने पर उनके बेटे मयूर गए। पीछे के रास्ते छत पर पहुंचे। सास बिंदू किचन के पास तख्त पर झुलसी मिलीं। दरवाजे के पास किनारे बहू गिरी थी। मयूर को देखते ही वह चिल्ला उठी कि भैया बचा लो। उसने बताया कि दो बदमाश थे। उनका मुंह कपड़े से बंधा था। उन लोगों ने मम्मी को जला दिया। मैं उनको बचा नहीं पाई। आते ही हम लोगों पर कोई चीज फेंक दिया था। हालांकि बदमाशों ने ढाई साल के अथर्व को अपना निशाना नहीं बनाया था। आशुतोष ने दी लूटपाट की तहरीरदेर शाम आशुतोष ने बड़हलगंज पुलिस को सूचना दी। बताया कि उनके घर में लूटपाट हुई है। मां बिंदू के कमरे में अटैची में डेढ़ लाख नकदी रखी थी। कमरे में आलमारी चाबी से खुली गई थी। उसमें रखी छोटी संदूक को तोड़ गया था। आशुतोष ने पुलिस को बताया कि गहनों की कीमत अंकित भैया बता पाएंगे। मामले की जानकारी पाकर डीएम रंजन कुमार, डीआईजी डॉक्टर संजीव गुप्ता, एसपी ग्रामीण ब्रजेश सिंह सहित कई पुलिस प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। डॉग स्कवायड की मदद से बदमाशों का सुराग लगाने की कोशिश की गई।
सीढ़ी के रास्ते नीचे उतरा डॉग स्कवॉयडनीचे के गोदाम से सीढ़ी बनी है। उसमें बने छोटे गेट से छत पर जाया जाता है। दुकान बंद होने की वजह से अंकित की बहन एकता उस पर ताला लगाकर पढ़ने चली गई। घर के पीछे कूड़ा फेंके जाने से जगह ऊंची हो गई है। आशंका जताई जा रही है कि बदमाश पीछे के रास्ते छत पर चढ़े। लूटपाट का विरोध करने पर तेजाब फेंककर भाग गए। शिल्पी ने बताया कि बदमाश मुंह बांध रखे थे.दो बोतल में वह तेजाब लेकर आए थे। कमरों में जूतों के निशान मिले जो एसिड की वजह से बने थे। क्0 और ख्0 के नोटों की गड्डी मिली जिसे फारेसिंक टीम ने कब्जे में ले लिया। डॉग स्कवॉयड कमरे से निकलकर सीढ़ी से होकर गली में गया। वहां से बेली गांव होते हुए भैसोली तक पुरानी पानी टंकी के पास गया। जांच में पता लगा कि मृत महिला के मुंह में भी तेजाब डाला गया था। मुंह में मूंगफली के दाने मिले। शिल्पी का हाथ और पैरों का हिस्सा जला हुआ था। जलने के बाद उसने पति की शर्ट पहन ली थी। घर के आसपास बैंक होने से लोगों की भीड़ रहती है। किसी ने भी बदमाशों को आते जाते नहीं देखा।