- चिलुआताल एरिया के भंडारो की वारदात

- भूमि विवाद में पट्टीदारों ने ली अश्वनी की जान

GORAKHPUR: भंडारो में हुई युवक की हत्या के आरोपियों को दो दिन बाद भी पुलिस अरेस्ट नहीं कर सकी। नामजद आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस की लापरवाही से पब्लिक से गुस्सा पनप रहा है। युवक के मर्डर के लिए लोग पुलिस को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं। चिलुआताल पुलिस का कहना है कि आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है।

पट्टीदारों पर दर्ज है हत्या का मुकदमा

भंडारो निवासी अश्वनी उर्फ विपिन की थर्सडे को हत्या हो गई। वह अपने घर की नींव भराने के लिए ट्रैक्टर ट्राली से मिट्टी गिरवाने गया था। सुबह करीब साढ़े छह बजे वह मिट्टी लेकर घर के पास पहुंचा। रास्ता खाली करने के लिए घूर हटाने गया। आरोप है तभी पट्टीदारों ने उसको घेरकर पीट दिया। मौत होने पर ट्रैक्टर- ट्राली के नीचे डालकर फरार हो गए। अश्वनी की मां गायत्री की तहरीर पर पुलिस ने कमलापति, रमाशंकर, रतन दुबे, झिनकाई और मधुसूदन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने घर में मौजूद एक युवक को तुरंत हिरासत में ले लिया। अन्य अभियुक्तों की परछाई नहीं छू सकी।

अभियुक्तों के घर की रखवाली कर रही पुलिस

48 घंटे के बाद अभियुक्तों की गिरफ्तारी न होने से लोगों में गुस्सा बढ़ रहा है। अश्वनी की मौत के लिए लोगों ने पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस की लापरवाही से अश्वनी की हत्या हुई। दूसरे पक्ष के दबाव में पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही थी। काफी मशक्कत के बाद डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पब्लिक का आक्रोश देखते हुए अभियुक्तों के घर दो कांस्टेबल तैनात कर दिए गए। इससे भी लोगों में नाराजगी है। मृतक के भाई आनंद दुबे ने कहा कि अभियुक्तों के पक्ष में होने से पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। उनको बचाने का प्रयास किया जा रहा है।

Posted By: Inextlive