अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की गोरखपुर यूनिवर्सिटी इकाई की ओर से स्टूडेंट्स की विभिन्न समस्याओं को लेकर गुरुवार को यूनिवर्सिटी के बाहर प्रदर्शन किया गया. उनकी पिछली मांगों पर कार्यवाही न करने पर उन्होंने वीसी प्रो. राजेश सिंह का पुतला भी फूंका.


गोरखपुर (ब्यूरो)।कार्यकर्ताओं का आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान चीफ प्रॉक्टर और यूनिवर्सिटी के सुरक्षाकर्मियों ने स्टूडेंट्स के साथ हाथापाई व मारपीट की। साथ ही पुतला छीनने की कोशिश की। इस दौरान पुतला गिर गया और उसको पकडऩे के लिए लगा डंडा प्रदर्शन में शामिल छात्र के हाथ में रह गया। उसी समय की फोटो और वीडियो को एडिट करके प्रदर्शन को हिंसक घोषित करने के असफल प्रयास हो रहे हैं। यह प्रयास यूनिवर्सिटी के हजारों स्टूडेंट्स की उचित मांगों और बेहतर शैक्षणिक वातावरण की आशाओं के लिए उठ रही लोकतांत्रिक आवाज को बदनाम करने के लिए किए जा रहे हैं, जो कि निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण हैं। कैंट थाने में दी तहरीर
विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार की घटना को लेकर कैंट थाने में तहरीर दी है। इसमें बताया गया है कि प्रदर्शन में डॉ। सत्यपाल सिंह ने कुछ छात्रों का नाम पूछकर जातिसूचक शब्दों में भद्दी-भद्दी गालियां और जान से मारने की धमकी दी। प्रांत मंत्री सौरभ गौड़ ने कहा कि यूनिवर्सिटी का आम विद्यार्थी कुलपति तथा प्रशासन की अक्षमता के कारण बुनियादी सुविधाओं के अभाव, परिणामों में लेटलतीफी, शुल्क बढ़ोतरी जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। इन समस्याओं के समाधान की जगह यूनिवर्सिटी का प्रशासन छात्रों के साथ मारपीट और झूठे आरोप लगाने पर उतर आया है। यूनिवर्सिटी में व्याप्त अनियमितताओं के खिलाफ और चीफ प्रॉक्टर की ओर से एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर लगाये गए निराधार आरोप के विरुद्ध बापू पीजी कॉलेज पीपीगंज, चौरीचौरा तथा गोरखपुर महानगर के मानसरोवर मन्दिर रामलीला मैदान में कुलपति प्रो। राजेश का पुतला दहन किया गया।

Posted By: Inextlive