अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत महामंत्री सौरभ कुमार गौड़ ने कहा है कि दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रशासन पं. दीनदयाल उपाध्याय के अंत्योदय के विचारों की अनदेखी कर रहा है.


गोरखपुर (ब्यूरो)। एक ओर जहां यूनिवर्सिटी प्रशासन शुल्क में अत्यधिक वृद्धि कर गरीब छात्रों को शिक्षा के अधिकार से वंचित कर रहा है, वहीं दूसरी ओर इसके खिलाफ आवाज उठाने वाले विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर मुकदमे और लाठीचार्ज जैसी दमनात्मक कार्रवाई करवाता है। दुखद बात यह है कि इस मामले में राजभवन भी चुप्पी साधे हुए है, जिससे छात्रों के साथ अन्याय हो रहा है। प्रांत महामंत्री शुक्रवार को प्रेस क्लब में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।आगे भी जारी रहेगा आंदोलन
उन्होंने कहा कि छात्रहित के लिए विद्यार्थी परिषद का आंदोलन यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से संवादहीनता और संवेदनहीनता की भेंट चढ़ गया है। इसे लेकर विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता आंदोलनरत है और उनका आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। प्रांत सह मंत्री मयंक राय ने कहा कि गोरखपुर यूनिवर्सिटी छात्रों के अधिकारों के हनन के साथ ही साथ धनादोहन का भी अड्डा बन गया है। यूनिवर्सिटी में आयोजित पुरातन छात्र सम्मेलन धन उगाही का स्रोत बना है। गोरक्ष प्रांत के राज्य यूनिवर्सिटी कार्य प्रमुख ऋषभ ङ्क्षसह ने कहा कि कुलपति यूनिवर्सिटी में छात्रों के अधिकारों के हनन की प्रतिमूर्ति बन गए हैं। विद्यार्थी परिषद इसे लेकर शांत नहीं बैठेगा। अपने आंदोलन का जनांदोलन बनाएगा। अपने आंदोलन में हर व्यक्ति की भूमिका सुनिश्चित करेगा। परिषद के कार्यकर्ताओं ने बताया आने वाले समय में प्रतीकात्मक शवयात्रा, शुद्धि-ब़ुद्धि यज्ञ, पत्रक वितरण, छात्र संवाद, मशाल यात्रा से अपने आंदोलन को आगे बढ़ाएगा। इस दौरान प्रांत मीडिया संयोजक अनुराग मिश्रा, प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सौम्या गुप्ता, शिवम पांडेय आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive