'डायल 181' से महिलाएं होंगी सुरक्षित
- 11 जिलों में आठ मार्च से शुरू होगा वुमेंस हेल्पलाइन नंबर
- उत्पीड़न की शिकार महिलाओं व बच्चों के लिए शुरू हो रही सेवा - महिला एवं बाल विकास विभाग की एम्बुलेंस टीम जिले के कोने-कोने में पहुंचाएगी मदद GORAKHPUR: प्रदेश सरकार का महिला एवं बाल विकास विभाग महिला सशक्तिकरण मिशन के अंतर्गत विशेष सेवा शुरू करने जा रहा है। इसके तहत प्रदेश के जिलों में पीडि़त महिलाओं और बच्चों को एक फोन कॉल पर हर तरह की मदद मुहैया कराई जाएगी। साथ ही उन्हें न्याय दिलाना भी सुनिश्चित किया जाएगा। फिलहाल ये सेवा गोरखपुर सहित 11 जिलों में शुरू की जाएगी। जिसका शुभारंभ आठ मार्च को महिला दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री खुद करेंगे। दिल्ली समेत कुछ प्रदेशों में यह सुविधा पहले से उपलब्ध है, इसे 'निर्भया कांड' के बाद शुरू किया गया था। बचाएगा आशा ज्योति केंद्रइस योजना के तहत जिला अस्पताल के न्यू ओपीडी बिल्डिंग में रानी लक्ष्मी बाई आशा ज्योति केंद्र स्थापित किया जा रहा है। इसमें 24 घंटे वर्किंग पुलिस चौकी खुलेगी, जिसमें एक महिला एसआई और दो कांस्टेबल हमेशा तैनात रहेंगे। ये सेवा प्रदेश के 11 जिलों में एक साथ शुरू की जा रही है। इसके तहत टॉल फ्री नंबर 181 पर शिकायत मिलते ही टीम तत्काल सक्रिय होकर मौके के लिए रवाना हो जाएगी।
24 घंटे मौजूद रहेगा स्टाफ जिला अस्पताल में बनाए जा रहे रानी लक्ष्मी बाई आशा ज्योति केंद्र में महिलाओं और बच्चों की मदद के लिए छह सदस्यीय टीम काम करेगी। इसके लिए विभाग की एम्बुलेंस आ गई है। कोई भी पीडि़त कभी भी आशा ज्योति केंद्र के टॉल फ्री नंबर 181 पर कॉल कर तुरंत एक्शन पा सकते हैं। ये सेवा 24 घंटे काम करेगी। ये होगी छह सदस्यीय टीम एक महिला एसआई दो कांस्टेबल बाल संरक्षण विभाग की एक सदस्य चाइल्ड लाइन का एक सदस्य महिला समाख्या का एक सदस्य इन अपराधों में करेंगे कार्रवाई -किसी महिला या किशोरी पर तेजाब से हमला होने पर -किसी महिला या किशोरी के साथ बलात्कार होने पर - यौन शोषण या सामूहिक बलात्कार होने पर टीम महिलाओं पर होने वाली किसी भी तरह की हिंसा की शिकायत पर तत्काल कार्य शुरू कर देगी। इसके तहत तुरंत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई के साथ पीडि़त महिलाओं को योजना के तहत आर्थिक मदद भी दी जाएगी। समर बहादुर, जिला प्रोबेशन अधिकारी