- उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका महासंघ की मीटिंग

- मानदेय के लिए वजन दिवस के विरोध पर अड़ी रहीं महिलाएं

GORAKHPUR : मानदेय बढ़ाने की जिद पर अड़ी आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिकाएं वजन दिवस के विरोध की तैयारी में जुटी है। संडे को उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका महासंघ, महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की तरफ से अलग-अलग मीटिंग की गई। जिले भर से जुटी कार्यकत्री और सहायिकाओं ने एक स्वर में मानदेय बढ़ाने की मांग की। कहा बच्चों के हित को देखते हुए वजन दिवस पर काम करेंगे लेकिन काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे।

क्यों मनाया जाएगा वजन दिवस

जिले में कुपोषित बच्चों की संख्या ज्ञात करने के लिए वजन दिवस मनाया जाएगा। इसके लिए यूपी गवर्नमेंट ने निर्देश जारी किया है। सात सितंबर और 10 सितंबर को दो दिन वजन दिवस का आयोजन किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार ने वर्ष 2013-14 में चिल्ड्रेन का रैपिड सर्वे कराया। सर्वे में उत्तर प्रदेश में कुपोषित बच्चों की तादाद के आंकड़े में भारी अंतर आ गया। इस वजह से मुख्य सचिव आलोक रंजन ने बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को वजन दिवस मनाने का निर्देश दिया।

सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर होगा वजन

जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर वजन दिवस मनाने के निर्देश दिए गए हैं। शून्य से लेकर पांच साल तक के बच्चों का वजन किया जाएगा। बच्चों को केंद्र तक पहुंचाने के लिए प्रधान, आशा कार्यकत्री, सहायिका, युवा मंगल दल, मातृ समिति के सदस्यों की मदद ली जाएगी।

ग्रोथ चार्ट से तय होगी पोषण की श्रेणी

आंगनबाड़ी केंद्र पर पहुंचने वाले बच्चे का वजन कर तालिका में दर्ज किया जाएगा। विभाग से मिले ग्रोथ चार्ट से आयु के अनुसार वजन का मिलान किया जाएगा। आयु की तुलना के आधार पर पोषण की श्रेणी निर्धारित होगी। वजन दिवस के आयोजन और मॉनिटरिंग के लिए सेक्टर प्रभारी और वार्ड पर्यवेक्षक नियुक्त करके ट्रेनिंग दे दी गई है। सेक्टर प्रभारी वजन दिवस के पहले एरिया का इंस्पेक्शन करके रिपोर्ट देंगे।

सभी बहनों से कहा गया है कि वह वजन दिवस में सहयोग करें। गवर्नमेंट के निर्देश का पालन करें। विरोध जताने के लिए काली पट्टी बांधकर कार्य किया जाएगा।

गीताजंली, प्रदेश संयुक्त मंत्री, महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ

मानदेय बढ़ाने की मांग चल रही है। वजन दिवस पर रणनीति तय करने के लिए मीटिंग बुलाई गई थी। सभी लोगों से वजन दिवस को सफल बनाने का अनुरोध किया गया है।

जितेंद्र ओझा, संस्थापक अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका महासंघ

Posted By: Inextlive